कन्नौज में झूला झूलते समय जिस किशोरी के बाल सिर से उखड़ गए थे, उसकी आज लखनऊ में सर्जरी होगी. किशोरी की हालत में सुधार तो है, लेकिन उसके सिर में कभी बाल नहीं उग सकेंगे. इसको लेकर परिजन परेशान हैं.
माधौनगर कस्बे में रहने वाले धर्मेंद्र कठेरिया की बेटी अनुराधा (15) अपनी सहेलियों के साथ स्वामी नित्यानंद सेवा समिति की ओर से लगा मेला घूमने गई थी. झूला झूलते समय उसके बाल झूले के रॉड में फंस गए. अनुराधा की चीख-पुकार सुनकर कर्मचारियों ने शीघ्र में झूले को रोका और उसे नीचे उतारा.
सहेलियों ने बनाया था झूला झूलने का प्लान मेला देखने के लिए अनुराधा अपनी सहेलियों उपासना और किशमिश के साथ गई थी. जहां तीनों सहेलियों ने झूला झूलने का प्लान बनाया और टिकट लेकर आसमानी झूले पर बैठ गईं. सहेलियों ने कहा कि झूला अधिक बड़ा नहीं था, इसलिए वह लोग झूलने चली गईं.
झूला झूलने के समय पहले अनुराधा के कुछ बाल बैरिंग में फंसे तो तीनों लड़कियों ने झूला रोकने के लिए शोर मचाया. लेकिन झूला चला रहे पुरुष ने अनसुना कर दिया. इसके बाद तीनों चीखने लगीं तो आसपास के लोग इकट्ठा हो गए. झूले वाले को डांटने लगे. इसके बाद उसने झूला रोका, लेकिन तब तक अनुराधा के पूरे बाल चमड़ी के साथ उखड़ चुके थे. सिर से खून बहने लगा था.
अनुराधा को गम्भीर हालत में लखनऊ रेफर किया गया, जहां 4 दिन से उसका उपचार चल रहा है. गुरुवार को लखनऊ के किंग जार्ज कॉलेज में अनुराधा के सिर की सर्जरी होनी है.
पिता विश्वनाथ ने दैनिक भास्कर से टेलीफोन पर बात करते हुए बताया- बेटी की हालत में सुधार है. चिकित्सक की राय पर उसे अब तक चाय, बिस्किट और मूंग की दाल दी गई है. अनुराधा के सिर से खून का अधिक रिसाव होने के कारण सर्जरी के लिए चिकित्सक ने थोड़ा समय लिया है.
तीन यूनिट ब्लड चढ़ाया गया, 1 से डेढ़ लाख रुपए हो चुके खर्च उससे पहले उसको तीन यूनिट ब्लड चढ़ाया गया. हालत स्थिर होने पर सर्जरी की जाएगी. हालांकि गुरुवार सुबह से किशोरी को कोई नाश्ता नहीं दिया गया. कहा कि सर्जरी करने की वजह से चिकित्सक ने कुछ भी खिलाने से रोका है. बेटी का उपचार कराने में पिता की कमजोर आर्थिक स्थिति आड़े आ रही है. उन्होंने कहा कि अब तक करीब 1 से डेढ़ लाख रुपए खर्च हो चुके हैं.
झूला संचालक को नहीं पकड़ सकी पुलिस किशोरी के बाल उखड़ने के हादसे के बाद तालग्राम थाना पुलिस ने छिबरामऊ के रहने वाले झूला संचालक करन कश्यप के विरुद्ध घटना वाली रात में ही एफआईआर दर्ज कर ली थी. हालांकि तब से अब तक पुलिस आरोपी को अरेस्ट नहीं कर सकी. सूत्रों की मानें तो मेला कमेटी और झूला संचालक से अनुराधा के उपचार में होने वाले खर्च की भरपाई कराने के कोशिश किए जा रहे हैं. जिस वजह से पुलिस उदार रवैया अपना रही है.