Devendra Fadnavis slams MVA: महाराष्ट्र का चुनावी दंगल (Maharashtra Elections) अब महाविकासअघाडी (mva) और महायुति (mahayuti) के बीच जुबानी तकरार से निकलकर अब फतवा बना भगवा हो चुका है। बीजेपी, हिंदुत्व को हथियार बनाकर महाअघाड़ी को चुनाव में चित करना चाहती है। वहीं महाअघाड़ी (MVA) को भी मुसलमान वोटों के ध्रुवीकरण से गुरेज नहीं है। मुसलमान वोटो के लिए वो मुसलमान संगठनों से हर डील करने को तैयार हैं। अब इस चुनावी समर में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी अपने तरकश से तीर छोड़ दिए हैं।
मोदी Vs खरगे
मोदी की लाइन है कि महाअघाड़ी के नेता भगवा आतंकवाद का शब्द गढ़ते हैं। इसके उत्तर में खरगे कहते हैं कि कुछ नेता साधु के भेष में घूमते हैं। अमित शाह जनता से पूछते हैं कि महाराष्ट्र अब शिवाजी महाराज के बताए रास्ते पर चलेगा या औरंगजेब के रास्ते पर चलेगा? योगी ने कहा, ‘छत्रपति शिवाजी महाराज ने उस कालखंड में जब औरंगजेब जैसा बर्बर आक्रांता हिंदुस्तान में शासन कर रहा था। सनातन की रक्षा की। हिंदुओं को बचाया। तो देवेंद्र फडणवीस कहते हैं कि जब भी और जहां भी कांग्रेस पार्टी का राज आया वहां औरंगबेज का महिमामंडन होने लगा। इसलिए महाराष्ट्र में सनातनी लोगों को सोच समझकर मतदान करना चाहिए। मानो सारा खेल अब हिंदू-मुस्लिम में शिफ्ट हो गया है।
भगवा बनाम फतवा!
महाराष्ट्र की चुनावी लड़ाई अब ‘बटेंगे और कटेंगे’ से 2 कदम आगे जा चुकी है। अब इस चुनावी रण में संग्राम ‘भगवा’ बना ‘फतवा’ हो चुका है। बीजेपी, हिंदुत्व के नाम पर महाराष्ट्र की सत्ता के सपने देख रही है। भाजपा की नजर जहां हिंदू वोटरों पर है। तो वहीं महाविकास अघाड़ी मुसलमान संगठनों से मुसलमान वोटों की डील कर रही है। MVA उनकी हर शर्ते मानने को विवश है। इस लड़ाई में उन्हें साधु वेश पर बयाबाजी से भी गुरेज नहीं है। इसी वजह से कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सीधे सीधे साधु संतों के पवित्र भगवा और गेरुए वस्त्रों का हवाला देते हुए कह दिया कुछ नेता साधू भेष में घूम रहे हैं।
महाराष्ट्र की महाभारत में इस लड़ाई में शिवाजी, औरंगजेब, रजाकार को लेकर राजनीतिक संग्राम भी जारी है। महाराष्ट्र के रण में महायुति बन महाअघाडी की ये लडाई मुद्दों से निकलकर हिंदू और मुस्लिम वोटरों को लुभाने की है। यानि ये लडाई भगवा’ बना ‘फतवा’ हो चुकी है।