घने बुढ़ापे में भी शरीर को जवानी के जोश से भर देता है इस पौधे का रस
Richa Srivastava November 16, 2024 10:27 AM

पश्चिम चम्पारण क्या आपको पता है कि हमारे घरों के इर्द-गिर्द एक ऐसा पौधा भी उगता है, जिसे आयुर्वेद ने मर्दों के लिए वरदान माना है जानकारों की माने तो, इस पौधे की जड़ों एवं पत्तियों से निकलने वाले रस के सेवन से 60 साल का बुजुर्ग भी किसी जवान युवा जैसी शक्ति महसूस करने लगेगा केवल इतना ही नहीं, यदि आप इस पौधे की पत्तियों का चूर्ण बनाकर सुबह शाम सेवन करते हैं, तो महज़ 30 दिनों में शारीरिक कमज़ोरी सहित नपुंसकता जैसी परेशानी का भी खात्मा हो सकता है

पिछले 45 सालों से कार्यरत, पतंजलि के आयुर्वेदाचार्य भुवनेश पांडे बताते हैं कि मर्दों के लिए वरदानतुल्य इस पौधे का नाम “सत्यानाशी” है इससे निकलने वाली रस की एक एक बूंद में इतनी शक्ति होती है कि घने बुढ़ापे में भी शरीर को जवानी के जोश से भर देता है

अपने आप उग आते हैं, ऐसे करें पहचान
सन 1984 से जड़ी बूटियों पर काम कर रहे वैध वासुदेव ने लोकल 18 ने कहा कि सत्यानाशी के सेवन ने सैकड़ों लोगों को नया जीवन प्रदान किया है इन्हें पहचानना बहुत आसान होता है रेतीली ज़मीन पर ये बड़ी सरलता से उग आते हैं इनके पौधे पर कांटे अधिक होते हैं और इसके फूल पीले रंग के होते हैं फूलों के अंदर श्यामले रंग के बीज होते हैं गौर करने वाली बात यह है कि पत्तियों को तोड़ने पर पीले रंग का दूध निकलता है, इसलिए इसे स्वर्णक्षीरी नाम से भी जाना जाता है

इन दो उपायों से कर सकते हैं सेवन
आयुर्वेदाचार्य भुवनेश बताते हैं कि यदि कोई आदमी शारीरिक कमज़ोरी, नपुंसकता या फिर बुढ़ापे में होने वाली थकान से बहुत परेशान है, तो उसे इसका सेवन जरूरी रूप से करना चाहिए गौर करने वाली बात यह है कि इसके सेवन के दो ढंग हैं पहला तरीका यह है कि आप सत्यानाशी के पौधे की जड़ों एवं पत्तियों को पीसकर उससे निकलने वाले रस का सेवन करें, या फिर इसके अलावे आप उनकी पत्तियों को सुखाकर उसका चूर्ण बना लें और फिर उसे प्रत्येक दिन सुबह शाम पानी या दूध के साथ खाएं ध्यान रहे कि रस के रूप में आपको उसे प्रत्येक दिन अधिकतम 20 मिली लीटर ही लेना है तथा चूर्ण के रूप में सुबह शाम एक एक चम्मच का सेवन करना है

60 साल की उम्र में 25 के युवा जितनी एनर्जी
आपको जानकर आश्चर्य होगी कि किसी भी विधि से केवल 30 दिनों तक इसका सेवन करने से आपके शरीर में इतनी ऊर्जा भर जाएगी, जितनी आपने अपने जवानी के दिनों में ही महसूस की होगी जानकारों की माने तो, सत्यानाशी के रस या चूर्ण के सेवन से एक 60 वर्ष का बुजुर्ग महज़ महीने दिन में 25 वर्ष के युवा जितनी एनर्जी महसूस कर सकता है

नपुंसकता में कारगर
बता दें कि नपुंसकता कई कारणों से हो सकती है शुक्राणुओं की कमी को सबसे मुख्य कारण कहा गया है भुवनेश के अनुसार, सत्यानाशी में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने का गुण होता है इसलिए, यदि आप शुक्राणुओं की कमी के कारण निःसंतान हैं, तो इसका इस्तेमाल करना आपके लिए लाभ वाला है इसके लगातार सेवन से महज 21 दिनों में नपुंसकता खत्म हो सकती है

डायबिटीज और यूरीन की परेशानी में भी लाभप्रद
चुकी सत्यानाशी का पौधा एंटीमाइक्रोबियल, एंटी-डायबिटीक, एनाल्जेसिक, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीस्पास्मोडिक और एंटीऑक्सिडेंट जैसे कई गुणकारी तत्वों से भरा होता है इसलिए, रस या चूर्ण के रूप में इसका सेवन खांसी, यूरिन की समस्या, डायबिटीज तथा पीलिया सहित अन्य कई रोगों में भी लाभप्रद माना जाता है

 

© Copyright @2024 LIDEA. All Rights Reserved.