फरवरी में अग्नि सुरक्षा ऑडिट, जून में मॉक ड्रील, झांसी मेडिकल कॉलेज में कैसे लगी आग?
Webdunia Hindi November 16, 2024 05:42 PM

Jhansi medical college fire : उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में शुक्रवार रात महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 बच्चों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक घटनास्थल पर पहुंचे। झांसी मेडिकल कॉलेज में फरवरी में अग्नि सुरक्षा ऑडिट और जून में मॉक ड्रील की गई थी। हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। कुछ ही घंटों में रिपोर्ट पीएम मोदी को सौंपी जाएगी।

मेडिकल कॉलेज में रात साढ़े दस से 10 बजकर 45 मिनट के बीच नवजात शिशु देखभाल इकाई (एनआईसीयू) के एक हिस्से में संभवत: शार्ट सर्किट से आग लग गई। बाहर वाले हिस्से में जो बच्चे थे उनमें से लगभग सभी को बचा लिया गया है, लेकिन अंदर वाले हिस्से से 10 बच्चों की मौत हो गई। ALSO READ:

उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि पहली जांच प्रशासनिक स्तर पर होगी जो स्वास्थ्य विभाग करेगा, दूसरी जांच पुलिस प्रशासन करेगा। अग्निशमन विभाग की टीम भी इसमें शामिल होगी, तीसरा, मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश भी दिए गए हैं। आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी। अगर कोई चूक पाई जाती है, तो जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। सरकार बच्चों के परिजनों के साथ है।

उन्होंने कहा कि झांसी मेडिकल कॉलेज में फरवरी में अग्नि सुरक्षा ऑडिट किया गया था। जून में यहां मॉक ड्रिल भी की गई थी। यह घटना कैसे हुई और क्यों हुई, जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हम इस बारे में कुछ कह सकते हैं। उन्होंने कहा कि 7 नवजात शिशुओं के शवों की पहचान कर ली गई है, तीन शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। नवजात शिशुओं के परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।

पीएमओ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हवाले से एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा, हृदयविदारक! उत्तर प्रदेश में झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने से हुआ हादसा मन को व्यथित करने वाला है। इसमें जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें इस अपार दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव के हरसंभव प्रयास में जुटा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 5 - 5 लाख के मुआवजे और पीड़ितों के परिजनों को 50 - 50 हजार रुपए की मदद का एलान किया है। उन्होंने अधिकारियों को पीड़ितों की हर संभव मदद का एलान किया है।

Edited by : Nrapendra Gupta

© Copyright @2024 LIDEA. All Rights Reserved.