पिछले कुछ हफ्तों से शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी जा रही है. कई शेयरों में तो रोज लोअर सर्किट लग रहा है. यहां तक कि लोगों के म्यूचुअल फंड की वैल्यू भी माइनस हो गई है. हालांकि, आज हम आपको जिस म्यूचुअल फंड के बारे में बता रहे हैं, उसने निवेशकों के लाखों रुपये को करोड़ों रुपये में तब्दील कर दिया. चलिए इसके बारे में आपको विस्तार से बताते हैं.
हम जिसकी बात कर रहे हैं वो आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी एसेट फंड है. जिस भी निवेशक ने इसमें 22 साल पहले 10 लाख रुपये डाले होंगे, आज उसके पैसे 7.26 करोड़ रुपये में तब्दील हो गए हैं. जबकि, इसी समय अवधि में निफ्टी 200 टीआरआई की बात करें तो 10 लाख के 3.36 करोड़ रुपये ही बन पाए हैं. दरअसल, 31 अक्तूबर, 2002 को ICICI प्रूडेंशियल मल्टी एसेट फंड में किया गया 10 लाख रुपये का निवेश 30 सितंबर 2024 तक सालाना 21.58 फीसदी चक्रवृद्धि की दर से बढ़ा है. वहीं बेंचमार्क निफ्टी 200 टीआरआई में यही निवेश इस समय अवधि में केवल 17.39 फीसदी का रिटर्न दिया है.
अगर किसी निवेशक ने आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी एसेट फंड में 10 हजार रुपये का मंथली निवेश किया हो तो 22 साल में ये 2.9 करोड़ रुपये हो गए हैं. हालांकि, इस दौरान निवेशक का मूल निवेश सिर्फ 26.4 लाख का ही है. यानी निवेशक को लगभग CAGR 18.37 फीसदी की दर से रिटर्न मिला. जबकि, इस समय अवधि में बेंचमार्क निफ्टी 200 टीआरआई में किए गए इसी निवेश ने 14.68 फीसदी की दर से रिटर्न दिया है.
एक तरफ जहां आम आदमी बाजार की गिरावट से परेशान है और निवेश से बच रहा है. वहीं दूसरी ओर घरेलू म्यूचुअल फंड्स ब्लू-चिप शेयरों में जमकर खरीदारी कर रहे हैं. नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने अक्टूबर 2024 में 94,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की बिक्री की, जबकि, इसी महीने में म्यूचुअल फंड्स ने इक्विटी मार्केट में 92,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की खरीदारी की. आपको बता दें, म्यूचुअल फंड्स ने लगभग 45,000 करोड़ रुपये की खरीदारी निफ्टी के टॉप 15 शेयरों में की है. वहीं, इनमें सबसे ज्यादा महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में खरीददारी देखने को मिली.