आजकल मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है. हम दिनभर इसे अपने साथ रखते हैं और कई लोग तो इसे रात में तकिये के नीचे रखकर सोते भी हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आदत आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है? आइए डॉ. आदित्य गुप्ता (डायरेक्टर – न्यूरोसर्जरी और साइबरनाइफ, आर्टेमिस हॉस्पिटल गुरुग्राम) से जानते हैं कि तकिये के नीचे मोबाइल फोन रखकर क्यों नहीं सोना चाहिए.
डॉ. आदित्य गुप्ता ने बताया कि मोबाइल फोन से रेडियो फ्रीक्वेंसी (RF) रेडिएशन निकलते हैं, जो तकिये के नीचे रखने पर और भी ज्यादा पास आ जाते हैं. ये रेडिएशन आपके दिमाग और शरीर पर नेगेटिव असर डाल सकते हैं. लंबे समय तक ऐसी आदत से सिरदर्द, नींद की कमी और तनाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
तकिये के नीचे मोबाइल रखने से फोन की नोटिफिकेशन, वाइब्रेशन या रिंग टोन आपकी नींद में डिस्टर्बेंस डाल सकती है. अच्छी नींद हमारी सेहत के लिए बहुत जरूरी होती है और अगर आपकी नींद पूरी नहीं होगी, तो इसका असर आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ेगा.
फोन को तकिये के नीचे रखने से गर्मी नहीं निकल पाती, जिससे बैटरी ओवरहीट हो सकती है. यह स्थिति कभी-कभी आग लगने का कारण भी बन सकती है. कई मामलों में लोगों के बिस्तर में आग लगने की घटनाएं देखी गई हैं.
रात को सोने से पहले फोन का इस्तेमाल करने से दिमाग लगातार एक्टिव रहता है, जिससे आराम नहीं मिल पाता. यह तनाव और चिंता का कारण बन सकता है.
कैसे बचें?
तकिये के नीचे मोबाइल फोन रखकर सोने की आदत को तुरंत बदलना चाहिए. यह न केवल आपकी नींद को खराब करता है, बल्कि सेहत के लिए भी खतरनाक है. अच्छी नींद और सेहतमंद जीवन के लिए इस आदत को छोड़ें और डॉक्टरों की सलाह का पालन करें.