आप भी तकिए के नीचे रखकर सोते हैं मोबाइल? तो हो जाएं सावधान, हो सकते हैं ये गंभीर नुकसान
GH News December 21, 2024 11:08 AM

हम में से कई लोगों की आदत तकिए के नीचे फोन रखकर सोने की होती है, लेकिन क्या आपको पता है ये सेहत के लिए घातक हो सकती है. आइए जानते हैं कैसे.

आजकल मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है. हम दिनभर इसे अपने साथ रखते हैं और कई लोग तो इसे रात में तकिये के नीचे रखकर सोते भी हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आदत आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है? आइए डॉ. आदित्य गुप्ता (डायरेक्टर – न्यूरोसर्जरी और साइबरनाइफ, आर्टेमिस हॉस्पिटल गुरुग्राम) से जानते हैं कि तकिये के नीचे मोबाइल फोन रखकर क्यों नहीं सोना चाहिए.

  • 1. रेडिएशन का खतरा

डॉ. आदित्य गुप्ता ने बताया कि मोबाइल फोन से रेडियो फ्रीक्वेंसी (RF) रेडिएशन निकलते हैं, जो तकिये के नीचे रखने पर और भी ज्यादा पास आ जाते हैं. ये रेडिएशन आपके दिमाग और शरीर पर नेगेटिव असर डाल सकते हैं. लंबे समय तक ऐसी आदत से सिरदर्द, नींद की कमी और तनाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

  • 2. नींद में बाधा-

तकिये के नीचे मोबाइल रखने से फोन की नोटिफिकेशन, वाइब्रेशन या रिंग टोन आपकी नींद में डिस्टर्बेंस डाल सकती है. अच्छी नींद हमारी सेहत के लिए बहुत जरूरी होती है और अगर आपकी नींद पूरी नहीं होगी, तो इसका असर आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ेगा.

  • 3. आग लगने का खतरा-

फोन को तकिये के नीचे रखने से गर्मी नहीं निकल पाती, जिससे बैटरी ओवरहीट हो सकती है. यह स्थिति कभी-कभी आग लगने का कारण भी बन सकती है. कई मामलों में लोगों के बिस्तर में आग लगने की घटनाएं देखी गई हैं.

  • 4. मानसिक स्वास्थ्य पर असर-

रात को सोने से पहले फोन का इस्तेमाल करने से दिमाग लगातार एक्टिव रहता है, जिससे आराम नहीं मिल पाता. यह तनाव और चिंता का कारण बन सकता है.

कैसे बचें?

  • सोते समय फोन को बिस्तर से दूर रखें
  • रात को फोन को साइलेंट या एयरप्लेन मोड पर रखें
  • सोने से एक घंटे पहले फोन का इस्तेमाल बंद कर दें
  • अलार्म के लिए फोन के बजाय अलार्म क्लॉक का इस्तेमाल करें

तकिये के नीचे मोबाइल फोन रखकर सोने की आदत को तुरंत बदलना चाहिए. यह न केवल आपकी नींद को खराब करता है, बल्कि सेहत के लिए भी खतरनाक है. अच्छी नींद और सेहतमंद जीवन के लिए इस आदत को छोड़ें और डॉक्टरों की सलाह का पालन करें.

© Copyright @2024 LIDEA. All Rights Reserved.