वेदांता डिमर्जर प्लान में बदलाव, शेयरहोल्डर्स के लिए महत्वपूर्ण खबर
et December 21, 2024 10:42 PM
आम निवेशकों में वेदांता डिमर्जर को लेकर बहुत उत्सुकता है. अब डिमर्जर प्लान पर महत्वपूर्ण खबर आई है, जिससे शेयरहोल्डर्स प्रभावित हो सकते हैं. अरबपति अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली खनन कंपनी वेदांत लिमिटेड ने अपनी प्रस्तावित और बहुप्रतीक्षित डिमर्जर प्लान में संशोधन की घोषणा की है. वेदांता ग्रुप ने पिछले साल सितंबर में घोषणा की थी कि वह 6 कंपनियों को अलग करेगा, जिन्हें अंततः शेयर बाजारों में लिस्टेड किया जाएगा.अब कंपनी ने योजना में संशोधन करते हुए कहा है कि उसने मूल कंपनी के भीतर बेस मेटल अंडरटैकिंग को बनाए रखने का निर्णय लिया है. वेदांता डिमर्जर प्लानताज़ा घटनाक्रम में डिमर्जर प्लान में बदलाव के तहत अग्रवाल की अगुआई वाली वेदांता अब अपनी बेस मेटल यूनिट को अलग नहीं करेगी. कंपनी ने कहा कि यह निर्णय प्लान के संबंध में ऋणदाताओं सहित हितधारकों के साथ विचार-विमर्श और शुक्रवार को हुई बैठक में निदेशक मंडल द्वारा अनुमोदन के बाद लिया गया.वेदांता ने एक फाइलिंग में बताया कि ऋणदाताओं का मानना है कि यदि वेदांता बेस मेटल्स यूनिट को शेष वेदांता में ही बनाए रखा जाता है तो यह प्लान शेष वेदांता और परिणामी कंपनियों में ऋण आवंटन के ओवर ऑल बैलेंस और प्राइस अनलॉक करने के लिए अधिक अनुकूल होगी. वेदांता डिमर्जर अपडेटकंपनी ने बताया कि वेदांता बेस मेटल्स अंडरटैकिंग के डिमर्जर पर उस समय विचार किया जा सकता है, जब बेस मेटल्स कारोबार विकसित हो जाएगा और शेयरधारकों के लिए इस डिमर्जर की पूर्ण मूल्य क्षमता का एहसास करने के लिए परिपक्व हो जाएगा."चूंकि वेदांता तांबा कारोबार (तमिलनाडु के थूथुकुडी में) को पुनः आरंभ करने के लिए वैकल्पिक रास्ते तलाश रहा है, जो बेस मेटल्स उपक्रम का अभिन्न अंग है, इसलिए वेदांता को वेदांता बेस मेटल्स अंडरटैकिंग के डिमर्जर के संबंध में भाग V को एक्सिक्यूट किए बिना प्लान के साथ आगे बढ़ना चाहिए." शेयरधारकों पर प्रभाव?वेदांता कंपनी ने बताया कि इस बदलाव से ओवरऑल वैल्यू पर कोई असर नहीं पड़ेगा, जैसा कि कल्पना की गई थी. "शेयरधारक विरासत में मिली शेष वेदांता के हिस्से के रूप में वेदांता बेस मेटल्स बिज़नेस की वैल्यू अनलॉकिंग कर सकेंगे, जहां वे अन्य परिणामी कंपनियों में समकक्ष शेयर प्राप्त करने के अलावा शेयरधारक बने रहेंगे. वेदांता डिमर्जर प्लानचेयरमैन अग्रवाल ने हाल ही में ईटी नाउ को बताया कि अगले साल की पहली तिमाही में डीमर्जर प्रोसेस पूरी होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा, "हमारे पास बहुत अच्छी डिविडेंड पॉलिसी होगी. मेरे हिसाब से शेयर की कीमत बहुत अच्छी रहेगी." वेदांता के चेयरमैन ने आगे कहा कि इन कंपनियों के तहत कारोबार की मांग मजबूत बनी हुई है. वेदांता डिमर्जर रेशोकंपनी द्वारा पहले घोषित योजना के हिस्से के रूप में शेयरधारकों को वेदांता के प्रत्येक 1 शेयर के बदले 5 नई लिस्टेड कंपनियों में से प्रत्येक का 1 शेयर अतिरिक्त रूप से मिलेगा. प्रस्तावित विभाजन से एल्युमीनियम, ऑइल एंड गैस, पावर, इस्पात और लौह सामग्री और बेस मेटल वाली स्वतंत्र कंपनियाँ बनेंगी.
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