संयुक्त किसान मोर्चा ने कैथल में किया प्रदर्शन, लघु सचिवालय के बाहर फूंका का पुतला
Udaipur Kiran Hindi December 24, 2024 03:42 AM

हनुमान वाटिका से लघु सचिवालय तक किए गए प्रदर्शन के दौरान सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

कैथल, 24 दिसंबर . संयुक्त किसान मोर्चा ने एनडीए 3 के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के लोकतांत्रिक सिद्धांतों का पालन न करने के विरोध में सोमवार को प्रदर्शन किया और लघु सचिवालय के बाहर पुतला फूंका. लव हनुमान वाटिका से लघु सचिवालय तक नारे लगाते हुए किसान लघु सचिवालय पहुंचे और तहसीलदार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया.

प्रदर्शन की अगुवाई कैथल के कन्वीनर महेंद्र सिंह रामगढ़ ने की व संचालन सयुक्त किसान मोर्चा के नेता जसबीर सिंह ने किया. किसान नेता कंवरजीत, राज्य प्रधान जसबीर सिंह, गुरनाम सिंह, सतपाल आनंद, सतपाल दिलोंवाली, ओम प्रकाश ढांडा, बलबंत राय धनौरी व रिशाल सिंह धनौरी नेताओं ने बताया कि राष्ट्रपति के नाम दिए गए ज्ञापन में किसानों ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने भी सरकार से किसानों के साथ विचार-विमर्श करने के लिए कहा है. इसके बाद भी सरकार बात नहीं कर रही.

मोर्चा आपसे दृढ़तापूर्वक मांग करता हैं कि आप केंद्र सरकार को किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल की जान बचाने, दिल्ली कूच कर रहे किसानों पर दमन और आंसू गैस के गोले दागने को रोकने, गत दिनों से गौतम बुद्ध नगर की लुक्सर जेल में बंद सभी किसानों को रिहा करे. उन पर हत्या के प्रयास सहित झूठे लगाए गए मामलों को वापस लिया जाए. साजिश के लिए जिम्मेदार पुलिस कमिश्नर और अन्य अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. राष्ट्रीय कृषि बाजार नीति, डिजिटल कृषि मिशन और राष्ट्रीय सहयोग नीति को वापस ले. संघर्ष कर रहे सभी किसान संगठनों के साथ तुरंत चर्चा करने और एमएसपी, ऋण माफी, बिजली के निजीकरण और एलएआरआर अधिनियम 2013 के कार्यान्वयन पर किसानों की लंबे समय से लंबित वास्तविक मांगों को स्वीकार करने का निर्देश दें. एनडीए 2 सरकार ने दिल्ली की सीमाओं पर ऐतिहासिक किसान संघर्ष के मद्देनजर 9 दिसंबर 2021 को संयुक्त किसान मोर्चा के साथ हस्ताक्षरित समझौते का बेशर्मी से उल्लंघन किया है, जिसने तीन कृषि अधिनियमों को निरस्त करना सुनिश्चित किया था.

अब किसान अपनी मांगों के लिए दिल्ली जा रहे तो बीजेपी सरकार तानाशाही रवैया अपना कर निहत्थे किसानों पर आंसू गैस के गोले, रबर की गोलियां, पानी की बौछारों का इस्तेमाल करके और शांतिपूर्ण प्रदर्शन और धरना करने के लिए सैकड़ों किसानों को जेल में डालकर क्रूरता से दबाने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. प्रदर्शन में महेंद्र सिंह रामगढ़, जसबीर सिंह, सतपाल, आनंद, गुरनाम सिंह सारण, बलबंत राय धनौरी, कंवर जीत, राज्य प्रधान महेंद्र सिंह, जिया लाल, सुरेंद्र सिंह, शमशेर सिंह हिस्सा लिया.

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/ नरेश कुमार भारद्वाज

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