आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में नींद एक महत्वपूर्ण चीज बन गई है, लेकिन क्या आपको पता है कि महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले ज्यादा नींद की ज़रूरत होती है? आइए डॉ. विपुल गुप्ता (डायरेक्टर – न्यूरो इंटरवेंशन, पारस हॉस्पिटल गुरुग्राम) से जानते हैं इसके पीछे की वजह.
1. हार्मोनल बदलाव:
डॉ. विपुल गुप्ता ने बताया कि महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव होते रहते हैं, जो नींद पर इफ़ेक्ट डालते हैं. महिलाओं में पीरियड्स, प्रेगनेंसी और मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल बदलाव होते हैं. इन बदलावों की वजह से नींद से जुड़ी समस्याएं जैसे इंसोम्निया या रात में बार-बार जागना हो सकती हैं.
2. मेन्टल स्ट्रेस :
महिलाएं मानसिक तनाव और इमोशनल चैलेंजेस को पुरुषों के मुकाबले अधिक गहराई से महसूस करती हैं. काम, परिवार, बच्चों की जिम्मेदारी और सामाजिक दबाव ये सब चीजें महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव डालती हैं. इस मानसिक दबाव के कारण उन्हें मानसिक थकावट होती है और ज्यादा नींद की जरूरत महसूस होती है.
3. शारीरिक कारण :
महिलाओं का शरीर पुरुषों से अलग होता है. महिलाओं में हड्डियों का स्ट्रक्चर , मेटाबोलिज्म और मांसपेशियों की ताकत में अंतर होता है. इन शारीरिक अंतरों की वजह से उनको एनर्जी की जरूरत भी पुरुषों से अलग होती है.
4. नींद की क्वालिटी :
महिलाओं को पुरुषों की तुलना में नींद की क्वालिटी में भी अंतर महसूस होता है. कई बार महिलाओं को नींद में काफी डिस्टर्बेंस होती हैं. उन्हें जल्दी जागने,इंसोम्निया या नींद में कटी-कटी अनुभूति जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इन सभी कारणों से उन्हें ज़्यादा नींद की जरूरत होती है.
5. स्वास्थ्य समस्याएं:
महिलाओं में थायरॉइड की समस्याएं, एनीमिया और डिप्रेशन जैसी स्वास्थ्य समस्याएं भी अधिक देखी जाती हैं. ये सभी समस्याएं नींद के पैटर्न को प्रभावित करती हैं और महिलाओं की नींद की जरूरत को बढ़ाती हैं.
महिलाओं की नींद की जरूरत पुरुषों से ज़्यादा होती है क्योंकि उनके जीवन में हारमोनल बदलाव, मानसिक तनाव, शारीरिक अंतर और स्वास्थ्य समस्याएं ज्यादा इफ़ेक्ट डालती हैं. जरूरी है कि महिलाओं को उनकी सेहत के हिसाब से पर्याप्त नींद मिले ताकि वे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ और तंदरुस्त रह सकें. संतुलित जीवनशैली, नियमित व्यायाम, सही खानपान और तनाव प्रबंधन से नींद की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है.