देश में महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए पोस्ट ऑफिस समय-समय पर विशेष योजनाएं लॉन्च करता है। बजट 2023 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट (MSSC) को लॉन्च किया, जिसे खासतौर पर महिलाओं की वित्तीय जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। इसके साथ ही, सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) जैसे दीर्घकालिक निवेश विकल्प भी उपलब्ध हैं, जो माता-पिता को अपनी बेटियों के भविष्य के लिए आर्थिक रूप से तैयार होने में मदद करती हैं।
महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट स्कीममहिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट (MSSC) महिलाओं के लिए एक अत्यंत लाभदायक योजना है। इस स्कीम में किसी भी उम्र की महिला निवेश कर सकती है, और अधिकतम निवेश की सीमा 2 लाख रुपये है। MSSC के तहत निवेश पर 7.5% की निश्चित ब्याज दर मिलती है, जो दो साल की अवधि में आकर्षक रिटर्न प्रदान करती है।
उदाहरण के तौर पर, यदि आप दिसंबर 2023 में 2 लाख रुपये का निवेश करते हैं, तो दो साल के अंत में आपको कुल 2,32,044 रुपये मिलेंगे। इस योजना का एक और बड़ा फायदा यह है कि इसमें इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत 1.50 लाख रुपये की छूट मिलती है।
सुकन्या समृद्धि योजनासाल 2014 में शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) बेटियों की पढ़ाई और शादी के खर्च के लिए एक सुरक्षित और दीर्घकालिक निवेश विकल्प है। इस योजना में 10 वर्ष तक की आयु की बच्चियों के लिए खाता खोला जा सकता है। इसमें न्यूनतम 250 रुपये और अधिकतम 1.50 लाख रुपये प्रति वर्ष का निवेश किया जा सकता है।
सरकार इस योजना पर फिलहाल 8% ब्याज दर प्रदान कर रही है, जो इसे एक अत्यधिक आकर्षक निवेश विकल्प बनाता है। इस योजना की परिपक्वता अवधि 21 साल है, लेकिन बच्ची के 18 वर्ष की आयु पार करने पर जमा राशि का 50% निकाला जा सकता है। यह योजना माता-पिता को उनकी बेटियों की शिक्षा और शादी के खर्चों से मुक्त कर देती है।
MSSC और SSY, कौन सा विकल्प चुनें?महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट और सुकन्या समृद्धि योजना, दोनों योजनाओं को महिलाओं की वित्तीय जरूरतों के अनुसार तैयार किया गया है। MSSC एक छोटी अवधि की योजना है, जो महिलाओं को जल्दी और निश्चित रिटर्न प्रदान करती है। यह उन महिलाओं के लिए उपयुक्त है जो अपनी छोटी अवधि की जरूरतों के लिए निवेश करना चाहती हैं।
वहीं, सुकन्या समृद्धि योजना लंबी अवधि की योजना है, जो माता-पिता को उनकी बेटियों के भविष्य की योजनाओं को सुरक्षित करने का अवसर देती है। यह योजना विशेष रूप से उनकी शिक्षा और शादी के लिए एक मजबूत वित्तीय आधार तैयार करती है।