ट्रेवल न्यूज़ डेस्क,आज दुनियाभर में क्रिसमस का त्योहार मनाया जा रहा है. ईसाई धर्म के लोगों के लिए ये सबसे अहम त्योहार होता है. इस दिन को यीशू मसीह के जन्मदिन को तौर पर मनाया जाता है. लेकिन 25 दिसंबर क्रिसमस वाले दिन प्रभू यीशू के अलावा सांता क्लॉज़ को भी याद किया जाता है. क्या आप जानते हैं कि क्रिसमस पर सांता के गांव का नजारा कैसा होता है?आपको बता दें कि सांता क्लॉज़ फिनलैंड के रोवानिएमी गांव में रहते हैं. इसे सैंटा विलेज के नाम से भी जाना जाता है. यहां बेहिसाब ठंड पड़ती है और ये गांव 12 महीनों बर्फ से ढका रहता है. आपको बता दें कि इस गांव में घुसते ही आपको लकड़ी की बनी कई झोपडि़यां नजर आएंगी. इन्हीं में एक सैंटा की झोपड़ी भी है. क्रिसमस पर यहां का नजारा देखने लायक होता है.
सपनों की दुनिया से खूबसूरत
क्रिसमस पर सांता के गांव का नजारा बहुत ही शानदार होता है. गांव के चारों ओर बर्फ से ढके हुए पेड़ और घर होते हैं, जो क्रिसमस की रोशनी से जगमगाते हैं. गांव के बीच में एक बड़ा क्रिसमस ट्री लगा होता है, जो लाइट्स और गुब्बारों से सजा होता है. सैंटा विलेज इतनी खूबसूरत लगती है, जिसके आगे तो सपनों की दुनिया भी फीकी है.
दूर से दिखता है क्रिसमस ट्री
गांव के बीचो-बीच लगाया गया क्रिसमस ट्री दूर से ही दिखता है. यह ट्री न केवल आकार में विशाल होता है, बल्कि इसकी सजावट भी बहुत ही आकर्षक होती है. कलरफुल लाइट्स से चमचमाता ये ट्री रात के अंधेरे में और भी खूबसूरत नजर आता है. इस ट्री के आसपास रंग-बिरंगे उपहारों का ढेर लगा होता है. क्रिसमस ट्री के आसपास कई लोग एकत्र होकर गीत गुनगुनाते हैं.
सांता सुनते हैं विशेज
क्रिसमस के दिन गांव में सांता आते हैं, जो सबसे रोमांचक अनुभव होता है. जैसे ही सांता गांव में आते हैं, यहां के लोग खुशी डांस करते हैं. बच्चे दौड़ते हुए सांता के पास जाते हैं और अपने क्रिसमस के ख्वाब बताते हैं. सांता अपने साथ ढेर सारे उपहार लेकर आते हैं, जो वहां मौजूद बच्चों को दिए जाते हैं.