बोरवेल खुदाई को लेकर राज्यों में संबंधित विभाग के साथ उच्च न्यायालयों के भी निर्देश हैं। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि नियमों को पालन कराने की जिम्मेदारी कलक्टर की होगी। वे सुनिश्चित करेंगे कि केंद्रीय या राज्य की एजेंसी के साथ-साथ सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी मार्गदर्शिका का सही तरीके से पालन हो। गलतियां करने वाले पर तत्काल कार्रवाई की जाए।खुले बोरवेल एवं कुओं को बंद कराने के लिए क्षेत्र के सभी एसडीएम को निर्देश दे दिए गए हैं। कुछ बोरवेल बंद कर दिए गए है बाकी जल्द ही बंद कर दिए जाएंगे।
चेतना को बचाने के लिए रेस्क्यू अभियान जारी
कोटपूतली किरतपुरा की ढाणी बडियावाली में सोमवार दोपहर 2 बजे बोरवेल में गिरी साढ़े तीन वर्षीय बालिका चेतना मंगलवार को भी बोरवेल में फंसी रही। देर रात तक बालिका को बाहर नहीं निकला जा सका। बोरवेल की मिट्टी ढहने से जुगाड़ के सहारे शुरू किया गया अभियान कारगर नहीं रहा। इसके बाद पाइलिंग मशीन से बोरवेल के समानांतर खुदाई करवा कर बालिका को निकालने का निर्णय किया गया, प्रशासन ने पाइलिंग मशीन फरीदाबाद से मंगवाई है, लेकिन मशीन के आने में देरी पर शाम को पांच बजे से फिर से रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। बालिका चेतना घर के बाहर खोदे गए 700 फीट गहरे बोरवेल में गिर कर 150 फीट पर जाकर फंस गई थी। पाइप के जरिये लगातार आक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है।