पोस्ट ऑफिस की 3 वर्षीय सावधि जमा योजना उन निवेशकों के लिए एक आदर्श विकल्प है, जो अपनी पूंजी को सुरक्षित रखते हुए गारंटीड रिटर्न पाना चाहते हैं। यह योजना भारतीय डाक विभाग द्वारा संचालित की जाती है और निश्चित ब्याज दर के साथ निवेशकों को एक भरोसेमंद रिटर्न की गारंटी देती है। यदि आप इस योजना में ₹3,00,000 का निवेश करते हैं, तो इसकी मेच्योरिटी राशि क्या होगी, इसे जानने के लिए हमें योजना की ब्याज दर और उसकी गणना प्रक्रिया को समझना आवश्यक है।
पोस्ट ऑफिस की 3 वर्षीय सावधि जमा योजनायह योजना एक निश्चित अवधि के लिए निवेश की अनुमति देती है, जिसमें न्यूनतम निवेश ₹1,000 से शुरू होता है और अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं होती। यह खाता व्यक्तिगत, संयुक्त, और यहां तक कि नाबालिगों के नाम पर भी खोला जा सकता है। सुरक्षित निवेश साधन के रूप में, यह योजना उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो अपने पैसे पर निश्चित लाभ कमाना चाहते हैं।
वर्तमान ब्याज दरें और उनकी गणना प्रक्रियापोस्ट ऑफिस की सावधि जमा योजनाओं की ब्याज दरें समय-समय पर सरकार द्वारा तय की जाती हैं। 1 जनवरी 2024 से 31 मार्च 2024 तक की तिमाही के लिए 3 वर्षीय सावधि जमा योजना पर वार्षिक ब्याज दर 7.1% निर्धारित की गई थी। यह ब्याज तिमाही चक्रवृद्धि आधार पर गणना की जाती है, जिससे निवेश पर अधिकतम लाभ प्राप्त होता है।
निवेश और मेच्योरिटी राशि का निर्धारणअगर आप ₹3,00,000 की राशि 3 वर्षों के लिए इस योजना में निवेश करते हैं, तो मेच्योरिटी पर आपको जो राशि प्राप्त होगी, उसे निम्नलिखित सूत्र से निकाला जा सकता है:
A = P × (1 + r/n)^(n×t)
जहाँ:
गणना के चरण:
A = ₹3,00,000 × (1 + 0.071/4)^(4×3)
A = ₹3,00,000 × (1 + 0.01775)^(12)
A = ₹3,00,000 × (1.01775)^(12)
A ≈ ₹3,00,000 × 1.2314
A ≈ ₹3,69,420
इस योजना में ₹3,00,000 का निवेश करने पर आपको 3 वर्षों के अंत में लगभग ₹3,69,420 प्राप्त होंगे। यह राशि आपके प्रारंभिक निवेश पर 7.1% की निश्चित ब्याज दर के अनुसार चक्रवृद्धि ब्याज के आधार पर होगी।