ऑटो न्यूज़ डेस्क -साल का आखिरी महीना भी अब खत्म होने वाला है। नई कार खरीदने के लिए यह सबसे अच्छा समय माना जाता है। टारगेट पूरा करने और स्टॉक क्लियर करने के लिए कार कंपनियां और डीलर काफी अच्छे डिस्काउंट देते हैं। लेकिन साथ ही कार डीलर आपको बेवकूफ भी बनाते हैं, जिसका आपको अंदाजा भी नहीं होता। अगर आप भी 31 दिसंबर तक नई कार खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तो यहां हम आपको कुछ जरूरी जानकारी दे रहे हैं, जिससे आप डीलर्स की बातों में फंसने से बच सकते हैं... नई कार के प्राइस ब्रेकअप में एक्स-शोरूम कीमत के साथ-साथ एक्सटेंडेड वारंटी कीमत, रजिस्ट्रेशन, इंश्योरेंस और कई तरह की एक्सेसरीज जैसी चीजें शामिल होती हैं।
इसमें भी इंश्योरेंस और एक्सेसरीज को कम या बदलना आपके हाथ में है, जिससे ऑन-रोड कीमत काफी कम हो सकती है। अनावश्यक चीजें लगवाने से बचें वैसे तो आजकल जितनी भी कारें आ रही हैं, उनमें रोजाना इस्तेमाल होने वाले सभी जरूरी फीचर्स होते हैं। लेकिन डीलर प्राइस ब्रेकअप में कई ऐसी चीजें जोड़ देते हैं, जिनकी आपको शायद जरूरत भी न हो और इसलिए बाद में कार आपके लिए महंगी हो जाती है।
बीमा की जांच करें
इसके अलावा, अगर आपको डीलर द्वारा दिए जाने वाले कार बीमा की समझ नहीं है, तो आप कहीं और से बेहतर बीमा ले सकते हैं जो आपके लिए सस्ता भी होगा। लेकिन यह भी ध्यान रखें कि कार की डिलीवरी लेते समय आपके पास बीमा के कागज़ात होने चाहिए, नहीं तो आपकी कार शोरूम से बाहर नहीं जा पाएगी।
एक्सटेंडेड वारंटी पैकेज
बीमा के अलावा, आप कार से एक्सटेंडेड वारंटी पैकेज भी हटा सकते हैं। डीलर आपसे बार-बार एक्सटेंडेड वारंटी पैकेज खरीदने के लिए कहेगा, लेकिन आपको इसे अपनी ज़रूरत के हिसाब से खरीदना चाहिए… हमारे हिसाब से, एक्सटेंडेड वारंटी पैकेज फ़ायदेमंद सौदा नहीं है… डीलर आपको यह कहकर डराने की कोशिश करते हैं कि अगर इंजन खुल गया, तो आपको बहुत नुकसान हो सकता है… जबकि ज़्यादातर मामलों में ऐसा नहीं होता है।
एक्सेसरीज़ लगवाने से बचें
डीलर आपको नई कार में एक्सेसरीज़ लगवाने के लिए भी कहेगा, क्योंकि डीलर को एक्सेसरीज़ पर सबसे ज़्यादा मुनाफ़ा होता है। डीलर आपको डराएगा कि अगर आप बाहर से एक्सेसरीज़ लगवाते हैं तो कार की वारंटी खत्म हो जाएगी। जबकि अगर आप वायरिंग काटे बिना एक्सेसरीज़ लगवाते हैं तो वारंटी पर कोई असर नहीं पड़ता है।
इन बातों का भी रखें ध्यान
अगर आप कार के लिए लोन ले रहे हैं तो सबसे पहले अलग-अलग बैंकों और फाइनेंस कंपनियों से ब्याज दर के बारे में बात करें और जहां से आपको कम कीमत पर सबसे अच्छा लोन मिले, वहां डील पक्की करें, इससे आपको काफी सस्ती कार मिल जाएगी।