भरतपुर न्यूज़ डेस्क, वैर विधानसभा के गांव सरसैना में 25 दिसंबर को वीर शिरोमणि महाराजा सूरजमल का 261वें बलिदान दिवस मनाया गया। देश की एकता एवं समरस समाज के गठन के रूप में बाबा फतेह सिंह स्मारक पर महाराजा सूरजमल विकास मंच एवं नवयुवक मंडल के तत्वावधान में कार्यक्रम हुआ।
महाराजा सूरजमल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर पूरे गांव में शोभायात्रा निकाली गई। महाराजा सूरजमल विकास मंच के अध्यक्ष राजवीर सरसैना ने बताया कि महाराजा सूरजमल केवल जाट समाज के महानायक नहीं, बल्कि सभी वर्गों के हितैषी और आदर्श थे। उन्होंने 80 युद्ध लड़े, लेकिन कभी पराजित नहीं हुए। उनकी बहादुरी की मिसाल इतिहास के किताबों में दर्ज है। ऐसा गौरवपूर्ण इतिहास दुनिया में शायद ही किसी और राजा का रहा होगा। राजस्थान के लोहगढ़ किले का निर्माण उन्होंने इस तरीके से किया कि आज तक भी कोई उसे भेद नहीं पाया। अंग्रेजों और मुगलों ने वहां पर 13 बार आक्रमण किया, लेकिन लोहागढ़ किले की दीवारों ने अंग्रेजों के तोप के गोलों और हथियारों को निरस्त कर दिया और उन्हें हर बार मुंह की खानी पड़ी।