राजसमंद न्यूज़ डेस्क, राजसमंद में शीतलहर के प्रकोप से बचाव के लिए सीएमएचओ ने आमजन के लिए एडवाइजरी जारी कर हॉस्पीटल में शीतघात से बचाव के लिए जरूरी प्रबंध करने के निर्देश दिए।राजसमंद में शीतलहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। सीएमएचओ हेमंत बिंदल ने एडवाइजरी जारी करते हुए हॉस्पिटल में शीतघात से बचाव के लिए जरूरी प्रबंध करने के निर्देश दिए। जिले में शीतलहर के प्रकोप को ध्यान में रखते हुए बुजुर्ग व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशुओं एवं बच्चों का विशेष ध्यान रखा जाए व बाहर खुले में ना जाने दें। फ्लू, सर्दी, खांसी जुकाम के लक्षण मिलते ही नजदीकी हॉस्पिटल में जाकर डॉक्टर से परामर्श लें।
उन्होंने बताया कि जितना हो सके घर में रहें व अनावश्यक यात्रा ना करें। खुद को सूखा रखें, शरीर की गरमाहट बनाये रखने के लिए अपने सिर, गर्दन, हाथ और पैर की उंगलियों को पर्याप्त रूप से ढकें। शरीर की गर्मी बचाये रखने के लिये टोपी/हेट, मफलर का प्रयोग करें। स्वास्थ्यवर्धक भोजन करें तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिये विटामिन सी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं तथा गर्म तरल पदार्थ नियमित पीएं। उन्होंने बताया कि शीत लहर के प्रभाव से हाईपोथर्मिया हो सकता है। शरीर में गर्मी की कमी से कंपकंपी, बोलने में दिक्कत, अनिद्रा, मांसपेशियों में अकड़न, सांस लेने में दिक्कत, निश्चेतन की अवस्था हो सकती है। इसलिये लक्षण पता लगते ही तुरंत उपचार शुरू करवाएं। मानवीयता के नाते घर के आस-पास ऐसे पड़ोसी जो अकेले रहते हैं उनके भी हालचाल पूछते रहें। साथ ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ हेमन्त कुमार बिन्दल ने जिले के सभी राजकीय चिकित्सा संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि शीतघात से प्रभावित मरीजों के उपचार के लिये आवश्यक दवाइयों एवं आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था पूरी करें। साथ ही अपने क्षेत्र में संचालित रैन बसेरो में भी टीम भेजकर वहां रह रहे लोगो की चिकित्सकीय जांच करवाये।