उत्तर प्रदेश में बिजली चोरी की समस्या को नियंत्रित करने के लिए स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य तेजी से जारी है। अब तक राज्य में 2.75 लाख से अधिक प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। हालांकि, बहुत से उपभोक्ता ऐसे भी हैं जिन्हे इसके फायदे और नुकसान के बारे में सही जानकारी नहीं है। कुछ जगहों पर इसे लेकर अफवाहें भी फैली हैं। आइए, स्मार्ट मीटर से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी को विस्तार से समझते हैं।
क्या है और कैसे काम करता है स्मार्ट मीटर?स्मार्ट मीटर एक डिजिटल डिवाइस है, जो उपभोक्ता के बिजली उपयोग को सटीकता और पारदर्शिता के साथ रिकॉर्ड करता है। यह पारंपरिक मीटर से अलग है क्योंकि:
1. बिजली बिल की सटीकता: स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को उनके बिजली उपयोग की सटीक जानकारी प्रदान करता है, जिससे अनावश्यक बिल संबंधी समस्याओं का समाधान होता है।
2. प्रीपेड विकल्प: प्रीपेड स्मार्ट मीटर के माध्यम से उपभोक्ता एडवांस में भुगतान कर सकते हैं, जिससे बिल न भरने की समस्या खत्म हो जाती है।
3. रोजाना खर्च की जानकारी: उपभोक्ता रोजाना अपनी बिजली खपत को ट्रैक कर सकते हैं। यह किरायेदारों और मकान मालिकों दोनों के लिए उपयोगी है।
4. बिजली कटौती की सूचना: बिजली कटौती की पूर्व जानकारी उपभोक्ताओं को मिलती है, जिससे वे बेहतर योजना बना सकते हैं।
5. बिजली चोरी पर लगाम: यह मीटर किसी भी अनधिकृत कनेक्शन की सूचना तुरंत अधिकारियों को भेजता है।
मोबाइल ऐप की भूमिकास्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को मोबाइल ऐप पर बिजली उपयोग का पूरा डेटा दिखाता है। इससे वे जान सकते हैं:
मकान मालिक किरायेदारों के उपयोग पर नजर रख सकते हैं और किसी विवाद की स्थिति में डेटा को सत्यापित कर सकते हैं।
बिजली चोरी पर रोकथामबिजली चोरी रोकने के लिए स्मार्ट मीटर एक प्रभावी उपकरण है। जैसे ही कोई अनधिकृत कनेक्शन किया जाता है, यह अधिकारियों को अलर्ट भेजता है। इसके अलावा, बिजली कटौती के दौरान भी यह प्रणाली सही तरीके से काम करती है।
स्मार्ट मीटर से जुड़ी समस्याएंशुरुआत में कुछ जिलों में तकनीकी खामियां देखने को मिलीं, जैसे:
स्मार्ट मीटर मकान मालिकों और किरायेदारों दोनों के लिए उपयोगी है:
पारंपरिक मीटर के कारण उपभोक्ता अक्सर बिल की सटीकता को लेकर परेशान रहते थे। स्मार्ट मीटर इस समस्या का समाधान करता है।
1: क्या स्मार्ट मीटर से बिजली बिल कम होता है?
स्मार्ट मीटर से बिजली बिल कम नहीं होता, लेकिन खपत की सटीकता और पारदर्शिता बढ़ती है।
2: स्मार्ट मीटर का उपयोग कैसे किया जाता है?
उपभोक्ता मोबाइल ऐप या एसएमएस के जरिए अपने उपयोग और बिल का ट्रैक रख सकते हैं।
3: क्या स्मार्ट मीटर के लिए अतिरिक्त शुल्क देना होता है?
स्मार्ट मीटर के इंस्टॉलेशन का खर्च बिजली विभाग वहन करता है। हालांकि, कुछ मामलों में प्रीपेड सिस्टम की राशि एडवांस में जमा करनी पड़ सकती है।