क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। रोहित शर्मा ने संभवतः अपने करियर का आखिरी टेस्ट मैच पिछले साल के अंत में मेलबर्न में खेला था। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह दिग्गज वनडे प्रारूप में अपनी जगह बरकरार रख पाता है? क्या वह चैम्पियंस ट्रॉफी में भी टीम के साथ रहेंगे? मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई ने रोहित शर्मा से कहा है कि अगर भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचता है तो जसप्रीत बुमराह कप्तान बने रहेंगे।
रोहित बीसीसीआई की योजना से बाहर
रिपोर्ट में आगे दावा किया गया है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड के चयनकर्ता विराट कोहली से मिलकर उनके टेस्ट क्रिकेट के भविष्य पर चर्चा करेंगे। भले ही रोहित शर्मा ने टीम के हित में खुद बाहर बैठने का फैसला किया हो, लेकिन नए साल में भी कोहली के फॉर्म में कोई बदलाव नहीं आया है। खराब फॉर्म और तकनीकी कमजोरियों से जूझ रहे विराट एक बार फिर ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर आसानी से अपना विकेट गंवा बैठे। वह 69 गेंदों पर 17 रन बनाकर आउट हो गये।
विराट कोहली को क्यों मिल रहा है मौका?
खराब खेल रहे कोहली को टीम में रखने का कारण समझ में नहीं आया। कोहली के पास अब टेस्ट टीम में अपनी जगह बरकरार रखने के लिए सिर्फ एक पारी बची है। पर्थ टेस्ट शतक को छोड़कर कोहली ने अपनी पिछली 20 टेस्ट पारियों में सिर्फ 17.57 की औसत से रन बनाए हैं। कोहली पहली गेंद पर आउट होने से बच गए थे, लेकिन इसका फायदा नहीं उठा सके और लंच के बाद स्कॉट बोलैंड ने ऑफ स्टंप के बाहर गेंदबाजी करते हुए उन्हें स्लिप में कैच करा दिया।
सिडनी टेस्ट के पहले दिन का खेल समाप्त होने तक आस्ट्रेलियाई टीम एक विकेट पर नौ रन बनाकर पिछड़ रही थी। मौजूदा कप्तान जसप्रीत बुमराह ने खराब फॉर्म से जूझ रहे उस्मान ख्वाजा (दो) को पवेलियन भेजा। इससे पहले बुमराह ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन भारतीय टीम सिर्फ 185 रन पर ही सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया की ओर से स्कॉट बोलैंड ने 20 ओवर में 31 रन देकर चार विकेट लिए, जबकि मिशेल स्टार्क ने 18 ओवर में 49 रन देकर तीन विकेट लिए। कप्तान पैट कमिंस को दो विकेट मिले।