HMPV Virus Outbreak : चीन में फैले कोरोना जैसे वायरस का भारत में HMPV का दूसरा केस मिलने पर हड़कंप मच गया है. सोमवार को 3 महीने की बच्ची में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) नाम का संक्रमण मिला है, इससे पहले 8 महीने के बच्चे में यही वायरस मिला था. इसके चलते लोगों में चिंता बढ़ गई है. ऐसे में आइए डॉ. कुलदीप कुमार ग्रोवर (हेड ऑफ़ क्रिटिकल केयर और पल्मोनोलॉजी , सी के बिरला हॉस्पिटल गुरुग्राम) से जानते हैं कि क्या ये वायरस कोरोना जितना खतरनाक हो सकता है?
डॉ. कुलदीप कुमार ग्रोवर ने बताया कि HMPV एक रेस्पिरेटरी वायरस है, जो आमतौर पर छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को प्रभावित करता है. यह मुख्य रूप से रेस्पिरेटरी सिस्टम को प्रभावित करता है और सर्दी-जुकाम, खांसी और बुखार जैसे लक्षण पैदा करता है.
HMPV वायरस खतरनाक इसलिए माना जा रहा है क्योंकि यह कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है. खासतौर पर छोटे बच्चों और बुजुर्गों में यह ब्रोंकाइटिस और निमोनिया का कारण बन सकता है. इसके अलावा, जिन लोगों को पहले से अस्थमा, हृदय रोग, या कोई अन्य पुरानी बीमारी है, उनके लिए यह वायरस खतरनाक हो सकता है.
डॉ. कुलदीप कुमार ग्रोवर ने बताया कि HMPV वायरस कोरोना जितना खतरनाक नहीं है, लेकिन फिर भी यह कुछ मामलों में गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है. कोरोना वायरस का प्रभाव अधिक गंभीर था, जिसने ग्लोबल महामारी का रूप लिया. HMPV वायरस ज्यादातर रेस्पिरेटरी सिस्टम को प्रभावित करता है और यह विशेष रूप से छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है. हालांकि यह कोरोना के मुकाबले कम फैलता है और यह गंभीर रूप से प्रभावित नहीं करता.
लक्षण-
प्रिवेंशन टिप्स –
HMPV वायरस को हल्के में न लें, खासकर यदि आप या आपके परिवार में किसी को रेस्पिरेटरी समस्याएं हैं. समय पर लक्षण पहचानकर डॉक्टर से सलाह लें और बचाव के उपाय अपनाएं