(Himachali Khabar) Bird Flu: अमेरिका में इन दिनों स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर संकट के बादल मंडरा रहे हैं क्योंकि देश भर में तीन खतरनाक बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है। बर्ड फ्लू रैबिट फीवर और रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (RSV) जैसे वायरस ने कई राज्यों में हड़कंप मचा रखा है। खासकर बच्चों और कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्तियों को इन बीमारियों का सबसे ज्यादा खतरा रहता है। अस्पतालों में मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण बच्चों के वार्ड और इमरजेंसी रूम भी कम पड़ रहे हैं जिससे देशभर में डर का माहौल पैदा हो गया है।
बर्ड फ्लू का बढ़ा खतराअमेरिका में बर्ड फ्लू का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। यह वायरस जिसे H5N1 के नाम से जाना जाता है पक्षियों से इंसानों में फैलता है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (CDC) के अनुसार हाल ही में इस वायरस से एक व्यक्ति की मौत हो गई है यह अमेरिका में इस वायरस से मौत का पहला मामला है। अब तक अमेरिका में H5N1 वायरस के 66 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। बर्ड फ्लू का मुख्य कारण संक्रमित पक्षी होते हैं और यह इंसानों में भी फैल सकता है।
लॉस एंजिल्स में आग के तांडव के बीच सामने आई लोगों की दरिंदगी की ऐसी घटिया हरकत लगाना पड़ा कर्फ्यू
क्या हैं लक्षण?बर्ड फ्लू के लक्षणों में बुखार खांसी थकान मांसपेशियों में दर्द गला खराब होना नाक बंद होना सांस लेने में कठिनाई और उल्टी जैसी समस्याएं शामिल हैं। इस वायरस से बचने के लिए जरूरी है कि लोग संक्रमित पक्षियों से दूर रहें और अपनी सेहत का ध्यान रखें।
रैबिट फीवररैबिट फीवर जिसे टुलारेमिया भी कहा जाता है अमेरिका में तेजी से फैल रहा है। यह बीमारी मुख्य रूप से खरगोशों और अन्य जानवरों से इंसानों में फैलती है। पिछले एक दशक में इसके मामले 50% बढ़ चुके हैं। यह एक जूनोटिक बीमारी है जिसका मतलब है कि यह बीमारी जानवरों से इंसानों में फैलती है। रैबिट फीवर के लक्षणों में तेज बुखार ठंड लगना थकान मांसपेशियों में दर्द त्वचा पर घाव गले में सूजन और आंखों में जलन जैसी समस्याएं होती हैं। यह संक्रमण संक्रमित जानवरों के सीधे संपर्क में आने से हो सकता है जैसे कि काटने या संक्रमित मांस खाने से। समय पर इलाज न मिलने पर यह बीमारी जानलेवा भी हो सकती है।
रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरसरेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (RSV) एक सामान्य वायरस है जो सर्दियों में ज्यादा फैलता है। यह खासकर बच्चों बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को संक्रमित करता है। RSV से श्वसन तंत्र पर गंभीर असर पड़ सकता है जिससे सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। इस वायरस के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। RSV के अलावा नोरोवायरस (पेट का वायरस) भी तेजी से फैल रहा है जो पेट की समस्याएं जैसे उल्टी और दस्त का कारण बनता है। स्कूलों और अस्पतालों में यह वायरस जल्दी फैलता है जिससे अधिक लोग इसके शिकार हो रहे हैं।
अमेरिका में इन तीन खतरनाक बीमारियों का बढ़ रहा प्रकोपअमेरिका में इन तीन खतरनाक बीमारियों का बढ़ता प्रकोप स्वास्थ्य व्यवस्था पर दबाव बना रहा है। बर्ड फ्लू रैबिट फीवर और RSV से संक्रमित होने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और इन बीमारियों से बचाव के लिए नागरिकों को जागरूक रहने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से विशेष ध्यान रखने और संक्रमित क्षेत्रों से बचने की सलाह दी है।
ये भगवान सिर से पैर तक डूबे हैं कर्ज में अब भक्त कर रहे हैं अपने आराध्य देव को कर्जमुक्त