इस योजना में प्रदेश के 10 लाख 29 हजार 794 बुजुर्गों के पंजीयन का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए अभी तक 81 हजार से अधिक वृद्धजनों का पंजीयन किया जा चुका है। यह पंजीयन वृद्धजन आधार कार्ड के साथ पीएचसी व सीएचसी सहित अस्पतालों में जाकर या एएनएम व आशा सहयोगिनी की सहायता से ई-केवाइसी करा कर करवा सकते हैं। योजना के तहत पंजीयन कराने पर आधार कार्ड पर लिखी जन्म तिथि के आधार पर आयु का निर्धारण किया जाएगा। इसमें बुजुर्ग ऑनलाइन भी आवेदन कर सकते हैं।
प्रदेश में अभी तक यह स्थिति
प्रदेश में सबसे अधिक पंजीयन जोधपुर जिले में 23.49 प्रतिशत व चित्तौड़गढ़ में 21.99 प्रतिशत का किया गया है। अजमेर में 14.61, गंगानगर में 15.21, झुंझनूं में 10.76, झालावाड़ में 15.57 व बालोतरा में 18.93 प्रतिशत बुजुर्ग योजना से जुड़े हैं। सबसे कम पंजीयन करौली में 1, डीडवाना कुचामन में 0.54, सलम्बूर में 1.67 व शाहपुरा में 0.78 प्रतिशत हुआ है।
चुनना होगा एक विकल्प
योजना में निजी व सरकारी अस्पताल में तय पैकेज के तहत उपचार की सुविधा मिलेगी। उपचार व्यय राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्योरेंस कम्पनी वहन करेगी। राज्य या देश की अन्य स्वास्थ्य बीमा योजना में पंजीकृत को उनकी वर्तमान योजना और मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य में एक का चयन करना होगा।