भारतीय क्रिकेट टीम ने क्रिकेट जगत को बहुत सारे सुपरस्टार दिए हैं। तो वहीं इन सुपरस्टार्स में से एक नाम पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) का है। टीम इंडिया के लिए खेले गए 402 इंटरनेशनल मैचों में 148 विकेट लेने के साथ उन्होंने 11778 रन भी बनाए। इसके अलावा कई बार उन्होंने अकेले अपने दम पर भारतीय टीम को मैच जिताए।
युवराज जहां ऑन द फील्ड अपने समर्पण के लिए जाने थे, तो वहीं ऑफ फील्ड भी उनकी कहानी युवा क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा का भंडार है। युवराज की कैंसर से जंग को कौन नहीं जानता, जब उन्होंने इस जानलेवा बीमारी को हराकर टीम इंडिया में वापसी की थी।
हालांकि, युवराज के कैंसर के लक्षण क्रिकेट वर्ल्ड कप 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ एक मैच में देखने को मिले थे, जब वह मैदान पर खांसते हुए खून थूंकते हुए नजर आए। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने टूर्नामेंट खेला और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बनकर उभरे। साथ ही टीम इंडिया को दूसरी बार वर्ल्ड कप जिताने में अहम भूमिका निभाई।
वहीं अब युवराज के कैंसर संघर्ष को लेकर उनके पिता और पूर्व क्रिकेटर का बड़ा बयान सामने आया है। बता दें योगराज अपने बयानों की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। हाल में ही एक बयान में योगराज सिंह ने कहा है कि मैं चाहता था कि युवराज तब भी खेले, जब वह खून थूक रहा था।
युवराज को लेकर योगराज सिंह ने दिया बड़ा बयानबता दें कि हाल में ही एक यूट्यब शो Unfiltered by Samdish पर योगराज सिंह ने कहा- हमारे देश के लिए, अगर युवराज सिंह कैंसर से मर जाते और भारत को विश्व कप दिला देते, तो मैं एक गौरवान्वित पिता होता। मुझे आज भी उस पर बहुत गर्व है। ये बात मैंने उन्हें फोन पर भी बताई थी। मैं चाहता था कि वह तब भी खेले जब वह खून थूक रहा था। मैंने उससे कहा, चिंता मत करो, तुम नहीं मरोगे, भारत के लिए यह विश्व कप जीतो।