शरीर में बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल अक्सर बिना किसी स्पष्ट लक्षण के होता है, जिससे इसे “साइलेंट किलर” माना जाता है। यह नसों में ब्लॉकेज पैदा करता है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। कई बार, बैड कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने के कारण नाखूनों में कुछ संकेत दिखाई देते हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
1. नाखूनों में डार्क लाइंसहालांकि यह लक्षण कम लोगों में दिखाई देता है, नाखूनों के नीचे डार्क लाइंस बैड कोलेस्ट्रॉल का संकेत हो सकती हैं। इसे स्प्लिंटर हीमोरेज कहा जाता है। अमेरिकन एकेडमिक डर्मेटोलॉजी एसोसिएशन के अनुसार, नाखूनों पर इस तरह के निशान हार्ट डिजीज के खतरे को दर्शाते हैं।
2. नाखूनों पर निशानस्पिलंटर के रूप में जाने जाने वाले ये निशान हाथों और पैरों के किसी भी नाखून पर दिखाई दे सकते हैं। इनका कारण छोटी रक्त वाहिकाओं का क्षतिग्रस्त होना है, जिससे छोटे खून के धब्बे नाखूनों पर दिखाई देते हैं। रक्त में अधिक कोलेस्ट्रॉल होने से ये वाहिकाएं क्षतिग्रस्त होती हैं। हेल्थलाइन के मुताबिक, नाखूनों पर लाल या भूरे रंग की लाइनों का दिखना भी इसी समस्या का संकेत है।
3. नाखूनों का पीला होनाबैड कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने के कारण नाखूनों का रंग पीला दिखने लगता है। यह स्थिति रक्त संचार के ठीक तरीके से न होने के कारण होती है, जिससे नाखूनों तक पर्याप्त पोषण नहीं पहुंचता।
4. नाखूनों में लकीरों का होनानाखूनों में लंबी लकीरें दिखाई देना भी बैड कोलेस्ट्रॉल का लक्षण हो सकता है। इसके कारण नाखून सही तरीके से नहीं बढ़ते और टेढ़े-मेढ़े निकलते हैं। खासकर पैरों के अंगूठे में नाखूनों का टेढ़ा बढ़ना पीएडी (पेरिफेरल आर्टरी डिजीज) का संकेत हो सकता है, जिसमें बैड कोलेस्ट्रॉल के कारण पैरों में रक्त का संचार ठीक से नहीं हो पाता है और नाखूनों की वृद्धि धीमी हो जाती है।
इन लक्षणों को पहचानना महत्वपूर्ण है ताकि आप समय पर डॉक्टर से सलाह लेकर अपनी स्वास्थ्य स्थिति का ध्यान रख सकें।