कलियुग के अंत की शुरुआत, अब छुआ-छूत से फैल रहा गंदा कैंसर? मरीज से डॉक्टर को हुई ये लाइलाज बीमारी ...
Newshimachali Hindi January 20, 2025 10:42 PM


मेडिकल दुनिया में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरी मेडिकल कम्युनिटी को हैरान कर दिया है। यह घटना जर्मनी के एक अस्पताल में हुई, जहां एक 53 वर्षीय सर्जन को ऑपरेशन के दौरान एक मरीज से कैंसर हो गया।


यह मामला दुनिया में पहली बार सामने आया है और इसके कारण मेडिकल विज्ञान में नई बहस शुरू हो गई है। आइए जानते हैं कि कैसे इस डॉक्टर को कैंसर हुआ और यह घटना कैसे मेडिकल इतिहास में एक दुर्लभ स्थिति बन गई।

घटना का विवरण


यह घटना जर्मनी के एक अस्पताल की है, जहां एक सर्जन ने 32 वर्षीय मरीज के पेट से दुर्लभ प्रकार के कैंसर का ट्यूमर निकालने के लिए ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर का हाथ कट गया, लेकिन उसने तुरंत उस कट को डिसइंफेक्ट कर बैंडेज कर दिया। शुरुआत में इस घाव पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया, लेकिन पांच महीने बाद डॉक्टर ने देखा कि जिस स्थान पर उनका हाथ कटा था, वहां एक छोटी सी गांठ विकसित हो गई थी।


डॉक्टर को कैंसर कैसे हुआ?


जब डॉक्टर ने अपनी गांठ की जांच कराई, तो पता चला कि यह एक घातक ट्यूमर था और यह उसी प्रकार का कैंसर था, जो मरीज के शरीर में पाया गया था। मेडिकल विशेषज्ञों ने जांच के बाद पुष्टि की कि यह ट्यूमर उसी कैंसर के सेल्स के कारण विकसित हुआ था, जो ऑपरेशन के दौरान मरीज के शरीर से बाहर आए थे। ऑपरेशन के दौरान मरीज के ट्यूमर के सेल्स डॉक्टर के कटे हुए हाथ के जरिए उनके शरीर में प्रवेश कर गए थे। आमतौर पर, जब शरीर में बाहरी कोशिकाएं प्रवेश करती हैं, तो शरीर की इम्यून सिस्टम उन्हें नष्ट कर देती है। लेकिन इस मामले में डॉक्टर की इम्यूनिटी इन ट्यूमर कोशिकाओं को नष्ट करने में विफल रही, और इसके परिणामस्वरूप वह खुद कैंसर का शिकार हो गए।


मेडिकल रिपोर्ट और ट्यूमर की पहचान


इस दुर्लभ घटना को मेडिकल रिपोर्ट में 'मैलिग्नेंट फायब्रस हिस्टियोसाइटोमा' नामक कैंसर के रूप में पहचाना गया। यह कैंसर सॉफ्ट टिशू में विकसित होता है और इसकी पहचान के लिए विशेष मेडिकल परीक्षण की आवश्यकता होती है। यह प्रकार का कैंसर अत्यंत दुर्लभ है और इसके इस तरह के ट्रांसफर की संभावना बहुत ही कम होती है। यह घटना पहली बार 1996 में सामने आई थी, लेकिन अब इसे 'न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन' में प्रकाशित किया गया है। इस रिपोर्ट के अनुसार, मेडिकल दुनिया में यह एक ऐतिहासिक मामला बन गया है, क्योंकि इस तरह के कैंसर के ट्रांसफर का उदाहरण बहुत ही कम देखने को मिलता है।


डॉक्टर की स्थिति अब कैसी है?


यह डॉक्टर अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं। उनका कैंसर सफलतापूर्वक हटा दिया गया था और दो साल बाद भी उनके शरीर में कैंसर का पुनः आगमन नहीं हुआ है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस मामले के बाद डॉक्टर को नियमित जांच के लिए निगरानी में रखा गया था, लेकिन अच्छे इलाज के कारण उनकी स्थिति स्थिर रही। यह घटना मेडिकल विज्ञान के लिए एक नया और दिलचस्प विषय बन गई है, क्योंकि इससे कैंसर के ट्रांसफर और शरीर की इम्यूनिटी के संबंध में नई जानकारी सामने आई है। विशेषज्ञ अब यह अध्ययन कर रहे हैं कि क्या किसी और तरह के कैंसर में भी इस प्रकार का ट्रांसफर हो सकता है और इसके लिए कौन सी नई एहतियात बरतने की आवश्यकता हो सकती है। 


यह दुर्लभ घटना न केवल डॉक्टरों के लिए बल्कि पूरी मेडिकल कम्युनिटी के लिए एक चेतावनी और अध्ययन का विषय बन गई है। यह सिद्ध करता है कि कभी-कभी मेडिकल प्रक्रियाओं के दौरान अनजाने में कैंसर जैसी घातक बीमारी का ट्रांसफर हो सकता है। हालांकि, यह घटना एक अपवाद के रूप में सामने आई है और इसे सामान्य चिकित्सा प्रक्रियाओं से नहीं जोड़ा जा सकता। इसके बावजूद, यह घटना कैंसर के बारे में चिकित्सा शोध और उपचार के नए दृष्टिकोण को जन्म देती है।







Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.




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