डोनाल्ड ट्रंप ने आज सोमवार को अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में दूसरी बार शपथ ली। राष्ट्रपति बनने के तुरंत बाद ट्रंप ने अपनी नीतियों पर तेजी से काम करने का वादा किया। डोनाल्ड ट्रंप ने यू.एस. कैपिटल के अंदर शपथ ली जिसे मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स ने दिलाया।
जे. डी. वेंस ने भी 50वें उपराष्ट्रपति के रूप में ली शपथ
इससे पहले जे.डी. वेंस ने सोमवार को अमेरिका के 50वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह वाशिंगटन डीसी के कैपिटल रोटुंडा में हुआ। इस दौरान जेडी वेंस के साथ उनकी पत्नी उषा वेंस और बेटी भी मौजूद थीं। 40 वर्षीय वेंस को अमेरिकी मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स ने शपथ दिलाई। वेंस अमेरिका के तीसरे सबसे युवा उपराष्ट्रपति बने हैं।
राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप का मुख्य फोकस आव्रजन और सीमा सुरक्षा पर है। इस दौरान पहले ही दिन ही वह कई कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करेंगे। इनमें से एक आदेश दक्षिणी सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा करना है। ट्रंप सीमा पर सशस्त्र सैनिक भेजने और शरण मांगने वालों को अमेरिका में उनके अदालती मामलों की तारीख का इंतजार मैक्सिको में करने के लिए मजबूर करने की योजना बना रहे हैं। ट्रंप ने यह भी कहा है कि वह अमेरिका में जन्मे उन बच्चों की नागरिकता समाप्त करना चाहते हैं जिनके माता-पिता अवैध प्रवासी हैं। हालांकि, कुछ कानूनी विशेषज्ञ इसे असंवैधानिक मानते हैं।
बता दें कि यह शपथ ग्रहण समारोह यू.एस. कैपिटोल के अंदर आयोजित किया गया क्योंकि अत्यधिक ठंड के कारण इसे बाहर करना संभव नहीं था। समारोह के दौरान, पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन और कमला हैरिस भी मौजूद थे जिन्होंने पिछले चुनाव में ट्रंप से हार का सामना किया था। साथ ही, पूर्व राष्ट्रपतियों बराक ओबामा, जॉर्ज डब्ल्यू. बुश और बिल क्लिंटन भी शामिल हुए।
अपने दूसरे कार्यकाल में ट्रंप ने अमेरिका की नीतियों को बदलने और संघीय सरकार में बड़े बदलाव करने की योजना बनाई है। उन्होंने अपने समर्थकों और वफादार लोगों को उच्च पदों पर नियुक्त करने का वादा किया है। उन्होंने संकेत दिया है कि उनका प्रशासन उन कार्यक्रमों और पहलों को समाप्त करेगा जो विविधता, समानता और समावेशन को बढ़ावा देते हैं। ट्रंप ने अपने समर्थकों से वादा किया है कि वह अपनी नीतियों को तेजी से लागू करेंगे और अमेरिका को नई दिशा देंगे।