महिलाओं की प्रेग्नेंसी और प्राइवेट पार्ट्स की सफाई से जुड़ी जानकारी
Newsindialive Hindi January 21, 2025 12:42 PM

महिलाओं के शरीर की संरचना पुरुषों से अलग होती है, और मां बनने की प्रक्रिया में अपनी सेहत का ख्याल रखना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। यदि ध्यान नहीं दिया गया, तो यह मां और बच्चे दोनों की सेहत को खतरा पहुंचा सकता है। कई बार महिलाओं को इंटीमेट एरिया की सफाई को लेकर कई सवाल होते हैं। यहां हम ऐसे ही सवालों के जवाब दे रहे हैं।

दूसरी बार मां बनने वाली महिलाओं के लिए सुझाव

यदि आप दूसरी बार मां बनने वाली हैं और आपकी पहली प्रेग्नेंसी मुश्किल रही थी, तो आपको अपनी दूसरी प्रेग्नेंसी को सामान्य रखने के लिए कुछ कदम उठाने चाहिए।

  • डॉक्टरी निगरानी: समय से पहले प्रसव की आशंका को कम करने के लिए अपनी प्रेग्नेंसी के दौरान नियमित रूप से डॉक्टर के पास जाएं।
  • सही आहार: प्रोटीन से भरपूर, विटामिन, मिनरल्स, आयरन और विटामिन-सी युक्त डाइट लें। एंटीऑक्सिडेंट्स का भी ध्यान रखें।
  • पर्याप्त नींद: पर्याप्त मात्रा में नींद लेना आवश्यक है।
  • व्यायाम: नियमित व्यायाम करें, लेकिन ऐसा व्यायाम करें जो अत्यधिक थकावट न दे।
  • स्वास्थ्य समस्याओं पर ध्यान दें: यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो उसके समाधान के लिए समय पर उचित कदम उठाएं।
  • जरूरी टेस्ट करवाएं: प्री-टर्म बर्थ की जांच के लिए सर्वाइकल लेंथ एस्टीमेशन और वजाइनल स्वॉब टेस्ट जैसे जरूरी टेस्ट करवाते रहें।
  • प्राइवेट पार्ट्स की सफाई से संबंधित समस्याएं

    प्रश्न: मेरे प्राइवेट पार्ट्स से कभी-कभी बहुत तेज बदबू आती है, जबकि मैं उनकी हाइजीन का पूरा ध्यान रखती हूं। इसका कारण क्या हो सकता है और इससे छुटकारा पाने के लिए क्या किया जा सकता है?

    • प्रिया कुमारी, पटना

    उत्तर: प्राइवेट पार्ट्स से बदबू या डिस्चार्ज आमतौर पर फंगल, बैक्टीरियल, या ट्राइकोमोनल इंफेक्शन के कारण होता है। इसके लिए हाइजीन का ध्यान रखना आवश्यक है, लेकिन यह भी जानना जरूरी है कि बार-बार होने वाले इस इंफेक्शन की वजह क्या है।

    • संभव कारण:
      • डायबिटीज
      • साथी से संक्रमण का खतरा
      • टैंपून का गलती से अंदर रह जाना

    समाधान:

    • नियमित रूप से साबुन और पानी से प्राइवेट पार्ट्स की सफाई करें।
    • प्यूबिक हेयर की छंटाई करें।
    • यदि आपको डायबिटीज है, तो अपने शुगर स्तर को नियंत्रित रखें।
    • प्रोबायोटिक्स का सेवन बढ़ाएं।

    यदि समस्या बनी रहती है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

    © Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.