सुबह या शाम की चाय के साथ कुछ हल्का-फुल्का खाने का मन हो या बच्चों को स्नैक्स में हेल्दी और टेस्टी विकल्प देना हो, घर में बनी मठरी एक बेहतरीन ऑप्शन है। बच्चे हों या बड़े, मठरी का खस्ता और कुरकुरा स्वाद लगभग सभी को पसंद आता है। आमतौर पर घरों में सादी मठरी बनती है, लेकिन इस बार क्यों न कुछ नया ट्राई किया जाए? सर्दियों में ताजे पालक का सेवन करना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। आइए, आज पालक और गेहूं के आटे से खस्ता मठरी बनाते हैं, जो परिवार के सभी सदस्यों को पसंद आएगी।
सामग्री
- पालक: 2 कप (बारीक कटा हुआ)
- गेहूं का आटा: 2 कप
- कसूरी मेथी: 1 चम्मच
- अजवाइन: 1 चम्मच
- सूजी: 1 कप
- हल्दी: स्वादानुसार
- नमक: स्वादानुसार
- लाल मिर्च पाउडर: स्वादानुसार
- लहसुन-अदरक का पेस्ट: 1 बड़ा चम्मच
- तलने के लिए तेल
बनाने की विधि
सबसे पहले, पालक को 2-3 बार अच्छे से धो लें। इसके बाद मोटे डंठल निकालकर केवल पत्तों को बारीक काट लें।
एक बड़ी परात में गेहूं का आटा डालें और उसमें अजवाइन तथा कसूरी मेथी मिलाएं।
आटे में 1 कप सूजी और 1 बड़ा चम्मच तेल डालें। इससे मठरी खस्ता और कुरकुरी बनेगी।
अब आटे में स्वाद के अनुसार हल्दी, नमक और लाल मिर्च पाउडर डालें। इसके साथ अदरक-लहसुन का पेस्ट भी मिलाएं। आप चाहें तो हरी मिर्च का पेस्ट भी डाल सकते हैं।
कटे हुए पालक के पत्तों को आटे में डालें और अच्छी तरह से गूंध लें। ध्यान रखें कि पानी का इस्तेमाल न करें, क्योंकि पालक में पहले से ही पानी होता है। आटा थोड़ा सख्त ही गूंधें और इसे ढककर लगभग 10 मिनट के लिए रख दें।
एक कटोरी में 2 चम्मच गेहूं का आटा और थोड़ा सा तेल मिलाकर एक पेस्ट बना लें।
पालक वाले आटे से एक बड़ी लोई बनाएं और इसे थोड़ा मोटा बेल लें। इसके ऊपर तैयार किया गया पेस्ट लगाएं।
अब इस रोटी को रोल करें और चाकू से छोटी-छोटी लोइयां काट लें। इन लोइयों को बेल लें।
एक कढ़ाई में तेल गर्म करें और मठरियों को सुनहरा होने तक तलें।
आपकी खस्ता, कुरकुरी और परतदार पालक मठरी अब तैयार है! इन्हें गर्मागर्म धनिया या पुदीने की चटनी के साथ परोसें और सबका दिल जीत लें।