शमी ने इंग्लैंड के खिलाफ वापसी करते ही रोहित-अगरकर की गंदी राजनीति की खोली पोल, बताया- कैसे बर्बाद कर रहे करियर
Mohammed Shami: मोहम्मद शमी चोट के बाद इंग्लैंड के खिलाफ 14 महीने बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करने जा रहे हैं। इतना ही नहीं, वे 26 महीने बाद भारत की टी20 टीम में वापसी करने जा रहे हैं।
उन्होंने आखिरी बार इस फॉर्मेट में भारत के लिए साल 2022 में टी20 वर्ल्ड कप में खेला था। मैदान पर वापसी से पहले स्टार गेंदबाज शमी का एक बयान इस समय सुर्खियों में है, जिसमें उन्होंने अपनी बात खुलकर कही है। साथ ही उन्होंने इशारों ही इशारों में रोहित और अगरकर की ओर से लिए जा रहे फैसले पर भी ऐसा खुलासा कर दिया है जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। उनके इस बयान से कई दिग्गजों को परेशानी हो सकती है।
इंग्लैंड के खिलाफ मैच से पहले भावुक हुए Mohammed Shami
हाल ही में बीसीसीआई ने मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) का एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वे अपने रिहैब के दिनों को याद कर भावुक हो गए। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके लिए असली परीक्षा यह समझना था कि मुश्किल वक्त में कौन उनके साथ है। क्योंकि जब कोई खिलाड़ी रन बनाता है या विकेट लेता है, तो पूरी दुनिया उसके साथ खड़ी होती है। लेकिन जब वो संघर्ष कर रहा होता है तो उसके साथ कोई नहीं होता।
शमी को वापसी करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। कुछ समय पहले ऐसी रिपोर्ट आई थी कि ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए वो फिट थे लेकन जानबूझकर रोहित और अगरकर ने उन्हें नहीं चुना। खुद शमी ने भी अपने आपको फिट बताया था। लेकिन, अब उन्होंने बिना रोहित शर्मा और सेलेक्टर अजीत अगरकर का नाम लिए ऐसा कुछ कह दिया है जो उन्हें शायद रास नहीं आएगा।
"मुश्किल वक्त में कोई साथ नहीं खड़ा"- शमी
मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) ने इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले पहले टी20 मैच से पहले बात करते हुए कहा,
"जब आप रन बना रहे होते हैं और विकेट ले रहे होते हैं, तो हर कोई आपके साथ होता है। लेकिन असली परीक्षा यह जानना है कि मुश्किल वक्त में कौन आपके साथ है। मैंने पूरे एक साल तक इंतजार किया और कड़ी मेहनत की। मुझे दौड़ते हुए भी डर लगता था। किसी भी खिलाड़ी के लिए यह मुश्किल होता है। फुल फॉर्म में होने के बाद चोटिल होना, रिहैब के लिए एनसीए जाना और फिर वापसी करना।"
फिट होने के बाद भी शमी को मौका नहीं मिला
मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) ने अपने बयान में किसी का नाम नहीं लिया। लेकिन उनका बयान रोहित शर्मा और अजीत अगरकर पर निशाना साध रहा है। क्योंकि ऐसी खबरें थीं कि शमी बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के बीच में ही फिट हो गए थे। लेकिन इसके बाद भी उन्हें मौका नहीं दिया गया, जबकि उन्हें एक बार फिर बीसीसीआई ने अनफिट घोषित कर दिया था।
हालांकि, इस बारे में सच्चाई क्या थी? इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। लेकिन यह तय है कि शमी ने घरेलू क्रिकेट खेला। उन्होंने एक नहीं बल्कि सभी घरेलू टूर्नामेंट खेले, जहां उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया और अपनी फिटनेस साबित की। लेकिन उन्हें अनफिट क्यों घोषित कर दिया गया, यह समझ से परे है।