जींद, 31 जनवरी . शुक्रवार सुबह से छाया घना कोहरा पूरे दिन रहा. कोहरे के चलते वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ी. कोहरे के चलते गेहूं की फसल को फायदा होगा. तापमान बढऩे के साथ.साथ कोहरा नहीं होने से गेहूं की फसल को नुकसान हो रहा था. अब कोहरे के साथ तापमान कम रहने से गेहूं की फसल को फायदा होगा. हालांकि दोपहर बाद सूर्य देवता ने कुछ देर के लिए दर्शन दिए लेकिन फिर बादलों में ओझल हो गए. शाम होते-होते फिर गहरी धुंध छाने लगी और लोग अपने घरों में दुबक गए. किसान कुलबीर, संदीप, आशु, कहा कि पिछले काफी समय से तेज धूप निकल रही थी.
धूप निकलने से गेहूं की फसल को नुकसान होने की आशंका थी. तेज धूप का सरसों की फसल पर ज्यादा असर नहीं दिख रहा था क्योंकि सरसों की फसल अपनी कली (पकाई) पर आई हुई है. अगेती गेहूं बाली पर आई हुई है जिससे गेहूं की फसल को नुकसान हो रहा था. तेज धूप होने के कारण अगेती गेहूं का दाना छोटा होने की आशंका जताते हुए किसानों ने कहा कि इससे उत्पादन कम होने का डर होने लगा था. अब बढ़े कोहरे से गेहूं की फसल को आवश्यक पोषक तत्व मिलेंगे जिसे गेहूं की पैदावार बढऩे से किसानों को फायदा होगा.
बुडायन गांव में खेत में फसल को पानी देने के लिए किसान नरेंद्र की की मौत हो गई. मृतक के चचेरे भाई निर्मल सिंह ने बताया कि गुरूवार को नरेंद्र खेत में गेहूं की फसल में पानी देने के लिए सुबह गया था. खेत में ठंड लगने के चलते नरेंद्र गिर गया. इसकी जानकारी मिलने पर नरेंद्र को उपचार के लिए नागरिक अस्पताल उचाना लेकर गए तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
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/ विजेंद्र मराठा