हल्द्वानी, 31 जनवरी . उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के वानिकी एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग में परास्नातक स्तर पर एम. एससी. (पर्यावरण विज्ञान), एम.ए. (पर्यावरण अध्घ्ययन) और स्नातक स्तर पर बी. एससी. में वानिकी विषय का संचालन किया जाता है. भौमिकी एवं पर्यावरण विज्ञान के निदेशक प्रोफेसर पीडी पंत ने बताया कि मुक्त व दूरस्थ शिक्षा पद्धति में पर्यावरण विज्ञान एवं वानिकी जैसे विषयों की गुणवत्ता को बनाए रखने हेतु विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों के लिए विशिष्ट परामर्श सत्रों का आयोजन किया जाता है.
इस दाैरान विभाग के कार्यक्रम समन्वयक डा. एच.सी. जोशी ने बताया कि पहले चरण में एम.एससी. (पर्यावरण विज्ञान) के प्रथम सेमेस्टर के शिक्षार्थियों के लिए परामर्श सत्रों का आयोजन दिनांक 25 जनवरी से आरम्भ हो गया है और यह 1 फरवरी को प्रयोगात्मक परीक्षा के बाद सम्पन्न होगा. इस सत्र में उत्तराखंड समेत हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली आदि राज्यों से लगभग 40 शिक्षार्थी प्रतिभाग कर रहे हैं.
उन्होंने यह भी बताया कि इस दौरान शिक्षार्थियों को पर्यावरण की दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्रों, संस्थानों एवं औद्योगिक इकाइयों का भ्रमण कराया जाएगा. आज शिक्षार्थियों ने नारायणनगर, नैनीताल स्थित हिमालयन बोटेनिकल गार्डन का शैक्षणिक भ्रमण किया. हिमालयन बोटेनिकल गार्डन में वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद तिवारी ने हिमालयन बोटेनिकल गार्डन में स्वागत किया. इस दौरान बीट अधिकारी अरविंद कुमार, नेहा कापड़ी, संतोष सिंह ने शिक्षार्थियों को विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधों, संग्रहालय, कैक्टसगार्डन, बटरफ्लाई पार्क, फर्न्स एवं आर्केडियम आदि का भ्रमण कराते हुए विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई.
/ अनुपम गुप्ता