बिहार में सर्द हवाओं और शीतलहर के प्रकोप ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। बढ़ती ठंड और गिरते तापमान को देखते हुए कई जिलों में प्रशासन ने स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाने का फैसला लिया है। फिलहाल पटना, भागलपुर और खगड़िया में 18 जनवरी तक स्कूल बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, स्थिति गंभीर बनी हुई है और प्रशासन आने वाले दिनों में छुट्टियों की अवधि को बढ़ा सकते हैं।
पटना में स्कूलों की बंदी की अवधि बढ़ीराजधानी पटना में ठंड के कारण स्कूलों की बंदी की अवधि को 18 जनवरी तक बढ़ा दिया गया है। डीएम ने छोटे बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह निर्णय लिया है। पिछले कुछ दिनों से पटना में न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। बर्फीली हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के चलते आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना है।
मौसम विभाग ने संकेत दिया है कि कोल्ड-डे की स्थिति बनी रह सकती है, जिसके कारण स्कूलों को लंबे समय तक बंद रखना आवश्यक हो सकता है।
भागलपुर और खगड़िया में भी लागू हुआ आदेशभागलपुर और खगड़िया जैसे जिलों में भी प्रशासन ने 18 जनवरी तक स्कूल बंद रखने के आदेश जारी किए हैं। भागलपुर में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 13 डिग्री और अधिकतम तापमान 20 डिग्री दर्ज किया गया। खगड़िया में डीईओ ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक की शैक्षणिक गतिविधियों को रोकने का निर्णय लिया है। इन जिलों में ठंड का असर बच्चों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है, इसलिए यह कदम एहतियात के तौर पर उठाया गया है।
पटना का मौसम और ठंड की गंभीरतापटना में ठंड का असर लगातार बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को यहां अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री दर्ज किया गया। बर्फीली हवाएं और गिरते तापमान ने ठंड की स्थिति को और गंभीर बना दिया है। मौसम विभाग ने बताया है कि पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकता है, जिससे ठंड में और बढ़ोतरी की संभावना है। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है।
बिहार में ठंड की चपेट में आम जनजीवनपूरे बिहार में शीतलहर ने जनजीवन को प्रभावित किया है। सर्द हवाएं और गिरता तापमान गलन भरी ठंड का कारण बन रहे हैं। मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि पूरे जनवरी महीने तक ठंड से राहत मिलने की संभावना कम है। राज्य के अधिकांश जिलों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है।
शीतलहर के कारण लोग घरों में रहने को मजबूर हैं और प्रशासन ने गर्म कपड़े पहनने और अलाव का उपयोग करने जैसे दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
शिक्षा पर पड़ रहा असरठंड और शीतलहर के कारण स्कूल बंद होने से शैक्षणिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। हालांकि, बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह निर्णय आवश्यक माना जा रहा है। कई जिलों में ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से पढ़ाई जारी रखने का प्रयास किया जा रहा है। पटना और अन्य जिलों में प्रशासन ने स्कूल प्रबंधन को निर्देश दिए हैं कि वे बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं।
प्रशासन और मौसम विभाग की चेतावनीप्रशासन ने ठंड से निपटने के लिए कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं। स्थानीय प्रशासन ने सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की है। साथ ही, लोगों को ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बिहार में 19 जनवरी तक ठंड का प्रकोप जारी रह सकता है। आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ सकती है, जिससे स्कूल बंदी की अवधि और बढ़ने की संभावना है।
बच्चों की सुरक्षा प्राथमिकताप्रशासन और स्कूल प्रबंधन बच्चों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए ठंड के इस दौर में हरसंभव उपाय कर रहे हैं। स्कूलों की बंदी के फैसले से भले ही शिक्षा पर असर पड़ रहा हो, लेकिन बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इसे जरूरी माना जा रहा है।
संभावित निर्णय और राहत की उम्मीदमौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में ठंड में राहत की उम्मीद नहीं है। यदि तापमान में और गिरावट दर्ज की जाती है, तो प्रशासन स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाने पर विचार कर सकता है।