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केंद्रीय बजट भाषण की शुरुआत हो चुकी है, जिसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुरुआत में ही किसानों के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड के तहत ऋण सीमा को ₹3 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख कर दिया है। इसके अलावा, मखाना की खेती करने वाले किसानों की सहायता के लिए बिहार में मखाना बोर्ड की स्थापना की जाएगी।
बजट की मुख्य बातें
बिहार में मखाना बोर्ड – वित्त मंत्री ने बिहार में मखाना बोर्ड के गठन की घोषणा की, जहाँ मखाना की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। यह बोर्ड इसके उत्पादन से जुड़े किसानों को लाभ पहुँचाने की दिशा में काम करेगा।
मत्स्य पालन और डेयरी क्षेत्र को बढ़ावा – मत्स्य पालन क्षेत्र के लिए एक विशेष अर्थव्यवस्था क्षेत्र की स्थापना की जाएगी। इसके अतिरिक्त, डेयरी और मत्स्य पालन विकास के लिए ₹5 करोड़ तक के ऋण प्रदान किए जाएंगे।
कपास उत्पादन मिशन – कपास किसानों की सहायता और उत्पादन बढ़ाने के लिए एक नई पहल शुरू की जाएगी।
किसानों के लिए किफायती ऋण – किसान क्रेडिट कार्ड ऋण सीमा ₹3 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख करने के साथ, अब किसानों को सस्ते ऋण तक पहुँच प्राप्त होगी।
धन धान्य कृषि योजना – राज्य सरकारों के सहयोग से धन धान्य योजना नामक एक नई कृषि योजना शुरू की जाएगी। यह पहल 100 जिलों में लागू की जाएगी, जिससे देश भर के 1.7 करोड़ किसान लाभान्वित होंगे।
दलहन उत्पादन मिशन – छह साल का विशेष मिशन दलहन उत्पादन को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करेगा, जिसमें अरहर, उड़द और मसूर दाल शामिल हैं। आपूर्ति को स्थिर करने और किसानों को समर्थन देने के लिए केंद्रीय एजेंसियाँ अगले चार वर्षों में इन दालों की खरीद करेंगी।
इन बजटीय उपायों का उद्देश्य कृषि उत्पादकता को बढ़ाना, किसानों के लिए ऋण पहुँच में सुधार करना और मत्स्य पालन, डेयरी और दलहन की खेती जैसे प्रमुख क्षेत्रों को बढ़ावा देना है।