कांग्रेस के कोषाध्यक्ष और सांसद अजय माकन ने दिल्ली में रविवार को आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल की नीतियों पर तीखा हमला बोला। माकन ने आरोप लगाया कि आप सरकार ने दिल्ली के स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र को बदहाल कर दिया। उन्होंने कहा कि आप सरकार ने दिल्ली के विकास को लेकर भ्रम का जाल बिछाया है।
अजय माकन ने कहा कि हमने आपको पहले भी बताया है कि कैसे आप सरकार ने दिल्ली के स्वास्थ्य क्षेत्र को बदहाल किया है। राज्य के बड़े-बड़े अस्पतालों में एक्स-रे, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड मशीनें काम नहीं कर रही हैं। कई अस्पतालों में आईसीयू फंक्शनल नहीं है। कोरोना के समय जो पैसा केंद्र सरकार से आया, वह पैसा भी आप सरकार नहीं खर्च कर पाई। लेकिन आज की कड़ी में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप सरकार ने 'हवा पर घात और शिक्षा पर आघात' किया है। पूरी दुनिया में आप ऐसी सरकार रही, जिसका शिक्षा और शराब मंत्री एक ही व्यक्ति रहा। इसीलिए अब दिल्ली की जनता कह रही है: होगी हर जरूरत पूरी, कांग्रेस है जरूरी।
कांग्रेस नेता ने कहा कि आप सरकार के अंदर सिर्फ 12वीं तक की शिक्षा की जिम्मेदारी है, क्योंकि दिल्ली यूनिवर्सिटी, जामिया, जेएनयू तीनों केंद्र सरकार के अधीन हैं और इसका पैसा यूजीसी से आता है। कांग्रेस के कार्यकाल में 12वीं छात्रों की संख्या लगातार बढ़ती रही, लेकिन आप सरकार में बच्चों की संख्या में लगातार गिरावट आई है। हर साल दिल्ली की जनसंख्या बढ़ रही है, लेकिन 12वीं में पास होने वाले बच्चों की संख्या कम हो रही है- यह आप सरकार का शिक्षा का मॉडल है। यही नहीं, कांग्रेस सरकार में सरकारी स्कूलों में बच्चे ज्यादा थे, जबकि आप सरकार में प्राइवेट स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ गई। हैरानी की बात यह है कि इतना खराब शिक्षा मॉडल देने के बाद भी केजरीवाल तारीफ करते नहीं थकते।
अजय माकन ने कहा कि अरविंद केजरीवाल का एजुकेशन मॉडल केवल एक धोखा है। हम उस शिक्षा मॉडल को कैसे उचित ठहरा सकते हैं, जहां सरकारी स्कूलों के छात्र निजी स्कूलों में स्थानांतरित हो रहे हैं? हम आज यह सवाल पूछना चाहते हैं, और आप को इसका जवाब देना ही होगा कि अगर शिक्षा मॉडल इतना अच्छा है, तो 12वीं कक्षा पास करने वाले छात्रों की संख्या क्यों कम हो रही है? पूरी दुनिया में आप जैसी सरकार नहीं है, जहां शिक्षा और शराब मंत्री एक ही व्यक्ति हो।
माकन ने आगे कहा कि दिल्ली के अंदर वायु प्रदूषण क्यों है- इसका कारण जान लीजिए PRS Legislative Research ने एक रिसर्च पेपर निकाला, जिसमें उन्होंने बताया है कि वायु प्रदूषण में किन सेक्टर का हिस्सा है। 2018 में आई TERI की रिपोर्ट के मुताबिक 2016 में वायु प्रदूषण में ट्रांसपोर्ट सेक्टर का सर्दी में 28% और गर्मी में 17% योगदान है। यही आंकड़ा साल 2021 में बढ़कर 47% जा पहुंचा। वायु प्रदूषण का एक कारण और है, जिसके बारे में एक सर्वे से पता चलता है कि दिल्ली में रोज 1,800 प्राइवेट वाहन खरीदे जाते हैं। इससे स्पष्ट है कि दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है।
अजय माकन ने कहा कि 2012-13 में हर रोज 46 लाख से ज्यादा यात्री डीटीसी के द्वारा आते-जाते थे, लेकिन आज ये आंकड़ा घटकर 24 लाख तक आ गया है। कांग्रेस सरकार में बसों की संख्या 5609 थी, जो 2023-24 में घटकर 3637 जा पहुंची। कांग्रेस सरकार में 43 बस डिपो थे, जो अब घटकर 38 हो गए हैं। डीटीसी की बसें 8 साल से ऊपर होने के बाद ओवरएज होने लगती हैं और उन्हें 10 साल में हटाना पड़ता है। हमारी सरकार में 5609 बसों में ओवरएज बसों की संख्या करीब 1400 बसें थीं, जो अब बढ़ती ही जा रही हैं। इसी के चलते वर्तमान में बसों में आग लगने की घटनाएं होती हैं।
अंत में माकन ने कहा कि ये केजरीवाल का काम करने का तरीका है। ये सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था की कहानी है। यह गंभीर लापरवाही है। यह सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, बिजली बुनियादी मुद्दों पर असफल साबित हुई है। अब दिल्ली की जनता यह महसूस कर रही है कि कांग्रेस पार्टी ही उनकी सभी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम है। ऐसे में मैं दिल्लीवासियों से कांग्रेस को समर्थन देने की अपील करता हूं।