इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने मुंबई टी 20 में आतिशी शतकीय पारी खेलने वाले भारतीय सलामी बल्लेबाज़ अभिषेक शर्मा की स्ट्राइकिंग क्षमता की तारीफ़ की है और कहा कि उन्होंने इतनी साफ़-सुथरी स्ट्राइकिंग बहुत कम ही देखी है।
अभिषेक ने 54 गेंदों में 135 रनों की पारी खेली, जो टी20 में अब भारत की तरफ़ से सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर है। उनकी इस पारी में सात ख़ूबसूरत चौके और 13 गगनचुंबी छक्के शामिल थे। इंग्लैंड की टीम इसके जवाब में 10.3 ओवरों में सिर्फ़ 97 रन पर सिमट गई और सीरीज़ में उन्हें 4-1 की शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा।
इंग्लैंड की 150 रनों की यह हार इस फॉर्मेट में उनकी सबसे बड़ी हार है। बटलर ने कहा, निश्चित रूप से हम निराश हैं और इसका श्रेय अभिषेक शर्मा को जाता है। मैंने इतनी इतनी साफ़-सुथरी स्ट्राइकिंग बहुत कम ही देखी है। उन्होंने एक बेहतरीन पारी खेली। हम हमेशा मैच और सीरीज़ के बाद बैठते हैं और विचार करते हैं कि क्या और अच्छा किया जा सकता था। हालांकि कुछ दिन आपको विपक्षी टीम को भी क्रेडिट देना होता है। मुझे लगता है कि उन्होंने बेहतरीन क्रिकेट खेली।
अभिषेक की पारी के बारे में उन्होंने कहा, मैं ऐसे कुछ मैचों का हिस्सा रहा हूं। ऐसे मौक़ों पर या तो आप बहुत जल्दी आउट हो जाते हैं या फिर रनों के ढेर खड़ा करते हैं। आज वैसा ही दिन था। जब कोई खिलाड़ी ऐसा खेलता है तो सामने वाली टीम की मुश्किलें बढ़ जाती हैं। लेकिन क्रेडिट हमें भी जाता है कि हम वापसी की कोशिश करते रहे और उन्हें 240 (247) के स्कोर पर रोक दिया।
इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज़ फ़िल सॉल्ट ने मोहम्मद शमी के पहले ओवर में 17 रन बनाकर धमाकेदार शुरूआत की थी। उन्होंने 21 गेंदों में अपना अर्धशतक भी पूरा कर लिया था। लेकिन उनकी पारी अकेली साबित हुई, क्योंकि दूसरे छोर से लगातार विकेट गिरते रहें और पूरी टीम 100 रन के भीतर ही ऑलआउट हो गई।
बटलर ने कहा, फ़िल सॉल्ट ने जिस तरह से प्रहार किया, निश्चित रूप से यह एक अच्छा विकेट था। उन्हें बस एक साथी की ज़रूरत थी, जिससे ऐसे लक्ष्यों के क़रीब पहुंचा जा सकता है। ऐसे मैचों में या तो आप उस स्कोर के बहुत क़रीब आ सकते हो या फिर मैच एकतरफ़ा हो जाता है। निश्चित रूप से हम अपने खेलने का तरीक़ा नहीं बदलने जा रहे हैं।
इस सीरीज़ में लेग स्पिनर वरूण चक्रवर्ती ने 9.85 की औसत से 14 विकेट लिए और इंग्लिश बल्लेबाज़ों के लिए सबसे बड़ा ख़तरा बनकर सामने आए। लेकिन बटलर को लगता है कि उनके बल्लेबाज़ों के लिए यह अनुभव भविष्य में काम आएगा।
बटलर ने कहा, फ़िल सॉल्ट ने जिस तरह से प्रहार किया, निश्चित रूप से यह एक अच्छा विकेट था। उन्हें बस एक साथी की ज़रूरत थी, जिससे ऐसे लक्ष्यों के क़रीब पहुंचा जा सकता है। ऐसे मैचों में या तो आप उस स्कोर के बहुत क़रीब आ सकते हो या फिर मैच एकतरफ़ा हो जाता है। निश्चित रूप से हम अपने खेलने का तरीक़ा नहीं बदलने जा रहे हैं।
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Article Source: IANS