आज के समय बुजुर्गों के साथ ही युवाओं में भी बीपी की समस्या रहने लगी है. ऐसे में बीपी बढ़ने या फिर घटने पर लोग अंग्रेजी दवाइयों का सेवन करते हैं, जो आराम तो देती है, लेकिन दूसरी तरफ उसके कई साइड इफेक्ट भी सामने आते हैं.
अगर किसी को बीपी घटने या फिर बढ़ने की समस्या है. साख ही कोलेस्ट्रोल का बढ़ना, शरीर में कमजोरी महसूस होना या फिर सांस की प्रॉब्लम है तो वह एक स्पेशल चटनी से इन चीजों से छुटकारा पा सकता है. जिसको खाने के बाद आपके शरीर में होने वाली इन सभी प्रॉब्लम से छुटकारा मिल जाएगा.
13 साल से बना रहें हैं चटनी
सहारनपुर के गांव खुशहालीपुर के रहने वाले सुधीर कुमार सैनी इस स्पेशल चटनी को पिछले 13 साल से तैयार करते आ रहे हैं. सुधीर कुमार सैनी ने BA करने के साथ-साथ फूड प्रोसेसिंग डिप्लोमा किया है. इसके साथ ही आयुर्वेद से प्राथमिक चिकित्सा का कोर्स भी किया है. सुधीर कुमार ने अपनी चटनी को 'सिनेमन चटनी' का नाम दिया है.
इस चटनी को तैयार करने के लिए सेब, सोंठ, लहसुन, नींबू और दालचीनी का इस्तेमाल किया जाता है. हर महीने 400 किलो चटनी सुधीर कुमार तैयार करते हैं. दूर-दूर से लोग इस चटनी को खरीदने के लिए आते हैं. साथ ही आयुर्वेद और हकीम भी चटनी को खरीद कर अपनी चिकित्सा में प्रयोग कर अपने मरीजों को खिलाते हैं.
यह चटनी को खाकर बीमारियों से हो जाएंगे दूर
गांव खुशहालीपुर के रहने वाले सुधीर कुमार सैनी ने लोकल 18 से बताया कि उन्होंने यह स्पेशल चटनी तैयार की है, जिसका नाम सिनेमन चटनी है. सिनेमन चटनी का मतलब दालचीनी है. इसके साथ ही 4-5 और घटक जैसे सेब, सोंठ, लहसुन, नींबू मिलाकर इस चटनी को तैयार किया है. जिन लोगों को हृदय संबंधी कोई समस्या है तो जैसे कि किसी का बीपी बढ़ गया है. साथ ही कमजोरी महसूस करते हैं या फिर कोलेस्ट्रॉल बढ़ रहा है. साथ ही सांस के मरीजों के लिए भी यह काफी फायदेमंद है.
280 रुपए में मिलती है इतने ग्राम चटनी
सुधीर कुमार सैनी बताते हैं कि प्रत्येक महीने में इसको लगभग 400 किलो तैयार करते हैं. 250 ग्राम की एक डब्बी के हिसाब से इसको पैक कर सेल करते हैं. दाम की बात करें तो 280 रुपए में 250 ग्राम यह चटनी खूब बिक रही है. वहीं, अगर इसके इस्तेमाल की बात की जाए तो सुबह शाम दूध या पानी के साथ आधी चम्मच लेने से 8 से 10 दिन में आपको उसका रिजल्ट साफ दिखाई देने लगेगा. सुधीर कुमार सैनी बताते हैं कि उनकी चटनी को वैध और हकीम लोग अपनी चिकित्सा में इसका प्रयोग करते हैं.