उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क यदि आप अपने बच्चे को बॉटल से दूध पिला रहे हैं तो सावधान हो जाएं. इससे बच्चे को कई तरह की बीमारियां घेर सकती हैं. पेट, फेफड़े और यूरिन का संक्रमण हो सकता है. बच्चा कुपोषण तक का शिकार हो सकता है.
यह तथ्य केजीएमयू के बाल रोग विभाग की रिपोर्ट में सामने आए हैं. चार माह में 200 बच्चे डायरिया, उल्टी, फेफड़े व यूरिन संक्रमण आदि से पीड़ित होकर इलाज के लिए ओपीडी में पहुंचे. बॉटल से दूध पीने वाले दो वर्ष तक के 80 फीसदी बच्चे तीन बार तक बीमार पड़े. इनमें उल्टी-डायरिया और पेट की बीमारियां शामिल हैं. जबकि 20 फीसदी बच्चों को यूरिन संक्रमण हुआ. 10 प्रतिशत बच्चों को भर्ती कर इलाज मुहैया कराना पड़ा.
कमजोर हो सकते हैं फेफड़े: केजीएमयू बाल रोग विभाग की डॉ. शालिनी त्रिपाठी ने बताया कि रबर के निप्पल से दूध पीने वाले बच्चों के फेफड़ों कमजोर हो सकते हैं. जिसकी वजह से उन्हें सांस संबंधी समस्याएं भी प्रभावित कर सकती हैं. प्लास्टिक की बॉटल की सफाई कठिन होती है. नतीजतन बैक्टीरिया आसानी से पनप आते हैं. जो बच्चे के शरीर में दाखिल होकर संक्रमण पैदा करते हैं. बच्चों को बॉटल के बजाए कटोरी व चम्मच से दूध पिलाएं.
सावधानी
● बच्चों को कप या फिर छोटी कटोरी में दूध पिलाएं
● बॉटल को गर्म पानी में अच्छी तरह से उबालें
● बोतल प्लास्टिक की होती है, इसलिए उसमें ज्यादा गर्म दूध डालने से बचें
● बोतल गीली रहने पर उसमें बैक्टीरिया पनपते हैं
लखनऊ न्यूज़ डेस्क