मुकाबला अब भी कांटे का : हालांकि अब भी फलौदी सट्टा बाजार के अनुमानों में ज्यादा अंतर नहीं है। इसके मुताबिक भाजपा को दिल्ली में 32 से 34 सीटें मिल सकती हैं। जबकि आप को 34 से 36 सीटें मिल सकती हैं। यदि आम आदमी पार्टी को 36 सीटें मिल जाती हैं तो उसे बहुमत मिल जाएगा और चौथी बार दिल्ली में आप की सरकार बन सकती है। ALSO READ:
यदि आप की सीटें कम होती हैं तो फिर उसका सरकार बनाना काफी मुश्किल होगा क्योंकि दूसरे विधायकों के समर्थन की बात होगी तो पलड़ा भाजपा के पक्ष में ही रहेगा। यदि कांग्रेस को ज्यादा सीटें मिलती हैं, तो वह भाजपा को बाहर रखने के लिए आप का समर्थन कर सकती है। कांग्रेस को 1-2 सीटें मिलने का ही अनुमान विभिन्न एग्जिट पोल में किया गया है।
पहले क्या कहा था फलौदी सट्टा बाजार ने : पिछले अनुमान में आम आदमी पार्टी को 37 से 39 सीटें मिलने की संभावना व्यक्त की गई थी। वहीं, भाजपा को 31 से 33 सीटें मिलने की संभावना व्यक्त की गई है। उल्लेखनीय है कि भाजपा ने दिल्ली में आखिरी चुनाव 1993 में जीता था। हालांकि सट्टे के ट्रेंड बदलते भी रहते हैं।
उस समय पांच साल के कार्यकाल में भाजपा ने तीन मुख्यमंत्री दिए थे। सबसे पहले मदनलाल खुराना, फिर साहब सिंह वर्मा और 1998 के चुनाव से ठीक पहले भाजपा की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज को मुख्यमंत्री बनाया गया था। इसके बाद से भाजपा दिल्ली की सत्ता से दूर है। भाजपा के बाद 15 साल तक दिल्ली की सत्ता कांग्रेस के पास रही, जबकि 2013 से राष्ट्रीय राजधानी में आप की सरकार है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala