हाथ-पैरों को देखकर ऐसे पता लगाएं कि कहीं आप Diabetes के शिकार तो नहीं!
GH News February 07, 2025 02:08 PM

Diabetes Symptoms : डायबिटीज होने पर हमारा शरीर कुछ संकेत देने लगता है, जिन्हें हमें समय पर पहचानना जरूरी. आइए जानते हैं इन संकेतों के बारे में.

Diabetes Symptoms: पिछले कुछ वर्षों में देश में डायबिटीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है. हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बताया कि 2022 में 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 4% वयस्क डायबिटीज से पीड़ित थे. डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जब आपके ब्लड शुगर का लेवल हाई रहता है. अगर डायबिटीज पर सही समय पर ध्यान न दिया जाए तो ये शरीर में कई पैदा कर सकती है. इनमें किडनी रोग, नर्व डैमेज और रेटिनोपैथी शामिल हैं. ऐसे में ब्लड शुगर बढ़ने पर तुरंत ध्यान देना चाहिए. डायबिटीज होने से पहले हमारा शरीर कुछ संकेत देने लगता है, जिसपर हमें ध्यान देने की जरूरत होती है, आइए जानते हैं इनके बारे में.

जब हम समय से डायबिटीज के लक्षणों को जानते हैं, तो समस्याओं का निदान और उपचार करना आसान हो जाता है. डायबिटीज के लक्षण आपके शरीर पर विभिन्न तरीकों से दिखाई दे सकते हैं, जिनमें आपके शरीर के हाथ-पैर भी शामिल हैं. यहां डायबिटीज के कुछ संकेतों और लक्षणों पर एक नजर डालें जिन्हें आप अपने हाथों और पैरों में देख सकते हैं.

  • शुष्क त्वचा और फटी त्वचा-

हाई ब्लड शुगर की समस्या डिहाइड्रेशन का कारण बन सकती है, जिसके चलते स्किन रूखी होने लगती है. यह आपके हाथों और पैरों, विशेषकर उंगलियों या एड़ी के आसपास दिखती है, इस दौरान त्वचा खुरदुरी और फटी हुई दिखाई दे सकती है. अगर ये दरारें जल्दी ठीक नहीं होती हैं तो ये डायबिटीज का संकेत हो सकता है.

  • नंबनेस या झुनझुनी होना-

ब्लड शुगर हाई होने पर आपको हाथों और पैरों में झुनझुनी, सुन्नता या सुइयां चुभने जैसा महसूस हो सकता है. अगर आपको ये लगातार महसूस हो रहा है तो ये हाई ब्लड शुगर का इशारा हो सकता है. इसपर आप समय से ध्यान दें.

  • छूने पर सेंसिटिविटी महसूस होना-

जब ब्लड शुगर लंबे समय तक हाई रहता है तो आपके हाथों और पैरों की नसें अधिक संवेदनशील हो सकती हैं. ऐसे में आपको उन चीजों से दर्द या असुविधा महसूस हो सकती है जो आमतौर पर आपको परेशान नहीं करती हैं, जैसे जूते पहनना या टाइपिंग करने पर दबाव पड़ना.

  • बार-बार संक्रमण होना या धीरे-धीरे ठीक होना-

हाई ब्लड शुगर वाले लोगों में संक्रमण होने की संभावना अधिक होती है, विशेषकर पैरों और हाथों पर. कट, छाले या अन्य छोटे घावों को ठीक होने में अधिक समय लग सकता है और वे अधिक आसानी से संक्रमित हो सकते हैं. उपचार में देरी के कारण ब्लड शुगर का स्तर अधिक होने पर शरीर की संक्रमण से लड़ने की क्षमता कम होना है.

  • कॉलस और मोटी त्वचा-

लगातार हाई ब्लड शुगर से कॉलस का निर्माण हो सकता है, खासकर पैरों पर. त्वचा मोटी और सख्त हो सकती है क्योंकि शरीर खुद को बचाने की कोशिश करता है, अगर ब्लड शुगर का स्तर समय के साथ हाई बना रहे तो यह स्थिति और खराब हो सकती है.

नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. इसे केवल सुझाव के तौर पर लें. इस तरह की किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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