नागपुर, 8 फरवरी (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, एनसीपी (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले और शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर नई दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी, सुप्रिया सुले और संजय राउत ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में नए मतदाताओं की संख्या पर सवाल उठाए। जिसको लेकर बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत और एनसीपी (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले की प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे ने कहा कि मैंने तीन बेवकूफों की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बारे में सुना, जिनमें से दो ईवीएम के माध्यम से चुने गए थे। मैं उन दोनों से यह कहना चाहता हूं, यदि आपको ईवीएम पसंद नहीं है तो आपको पहले इस्तीफा देना चाहिए और फिर घोषणा करनी चाहिए कि आप अब ईवीएम के माध्यम से निर्वाचित नहीं होना चाहते हैं।
लोकसभा चुनाव के बाद इस तरह की प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं आयोजित की गई? क्योंकि आपके ज्यादा से ज्यादा सांसद चुनकर आए। उस समय तो इन लोगों को मिर्ची नहीं लगी, अभी मिर्ची क्यों लग रही है? क्योंकि अब सब जगह हिंदुत्व की सरकार चुनकर आ रही है, हिंदू समाज बड़े पैमाने पर मतदान कर रहा है।
नितेश राणे ने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान मुस्लिम समाज के लोग सुबह 10 बजे से पहले भीड़ करके मतदान कर रहे थे, तब सवाल क्यों नहीं उठाया कि यह ईवीएम का झोल है, तब इनको अच्छा लग रहा था। अब हिंदू समाज बाहर आ रहा है। विधानसभा चुनाव में हिंदू समाज ने इस्लामीकरण के खिलाफ अपना वोट दिया, इसलिए महायुति को इतना बड़ा बहुमत मिला है। हिंदू समाज ने आगे आकर हिंदुत्व सरकार महाराष्ट्र में बनाई है। देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में और ढाई साल एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में जो काम हुआ, वो बेमिसाल है। डबल इंजन की सरकार महाराष्ट्र में लगातार विकास का काम कर रही है।
--आईएएनएस
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