चित्तौड़गढ़ न्यूज़ डेस्क - रामजल सेतु लिंक परियोजना के तहत चंबल और सहायक ब्राह्मणी नदी के बाढ़ के पानी से टोंक के बीसलपुर बांध को भरने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को रावतभाटा में चंबल पर बने राणा प्रताप सागर के सैडल बांध से प्रस्तावित वाहक चैनल के स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने योजना का प्रजेंटेशन देखा और अधिकारियों को योजना को शीघ्र क्रियान्वित करने के निर्देश दिए।
126.3 किलोमीटर लंबा चैनल बनेगा
करीब 8 हजार 300 करोड़ की इस परियोजना के तहत राणा प्रताप सागर के सैडल बांध से जहाजपुर तहसील के राजवास गांव तक 126.3 किलोमीटर लंबा चैनल बनाया जाएगा। यहां पानी बनास नदी में डाला जाएगा। परियोजना चंबल नदी और ब्राह्मणी नदी के बाढ़ सुरक्षा प्रबंधन के साथ बारिश के पानी का कुछ हिस्सा बीसलपुर में भेजने के लिए बनाई गई है।
भीलवाड़ा भेजा जाएगा पेयजल
परियोजना के तहत रावतभाटा के पास श्रीपुरा में ब्राह्मणी नदी पर बांध बनाया जाएगा। इसकी कुल लंबाई 3200 मीटर है। बांध बनने के बाद पानी भीलवाड़ा भेजा जाएगा। पानी की आपूर्ति के लिए मुकुंदरा टाइगर रिजर्व अभयारण्य में 13 किमी लंबी सुरंग बनाई जाएगी तथा दो स्थानों पर ढाई व दो किमी लंबी सुरंग बनाई जाएगी।
मंदिरों ने भारतीय परंपराओं व मूल्यों को सहेजा है
चित्तौड़गढ़. सीएम भजनलाल शर्मा ने सोमवार को मातृकुंडिया स्थित पशुपतिनाथ महादेव मंदिर में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर कहा कि मंदिरों ने भारतीय परंपराओं, संस्कृति व मूल्यों को सहेजा है। जाट समाज की ओर से आयोजित समारोह में उन्होंने कहा कि मंदिर आस्था के प्रतीक होने के साथ-साथ हमारी सामाजिक व सांस्कृतिक चेतना के प्रमुख केंद्र भी हैं। पीएम नरेंद्र मोदी 'विकास के साथ-साथ विरासत' की अवधारणा के साथ देश में विकास के साथ-साथ विरासत को भी आगे बढ़ा रहे हैं। जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी, सहकारिता राज्य मंत्री गौतम दक, सांसद सीपी जोशी आदि मौजूद थे।