नागौर में एकबार फिर लुटेरों ने उखाड़ी ATM मशीन, गार्ड ने हिम्मत दिखाकर चोरों की कोशिश को किया नाकाम
aapkarajasthan February 12, 2025 03:42 AM

नागौर न्यूज़ डेस्क - नागौर के खींवसर थाना क्षेत्र के बिरलोका गांव में सोमवार रात लुटेरों ने एटीएम तोड़ने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने जब तोड़फोड़ की आवाज सुनी तो उन्होंने शोर मचा दिया। इससे लुटेरे भाग गए। घटना की सूचना मिलने पर खींवसर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। खींवसर थाना प्रभारी रामनारायण भंवरिया ने बताया- आज सुबह करीब साढ़े तीन बजे स्कार्पियो गाड़ी में सवार होकर 3-4 बदमाश बिरलोका स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम पर पहुंचे। इसके बाद बदमाशों ने एटीएम गार्ड को धमकाया और उसे लोहे की चेन से एटीएम से बांध दिया और एटीएम उखाड़ ले गए।

गार्ड ने दिखाई हिम्मत, शोर मचाने पर जाग गए ग्रामीण
इस बीच एटीएम गार्ड ने शोर मचाया तो ग्रामीण जाग गए। ग्रामीणों की आवाज सुनकर बदमाश एटीएम छोड़कर भाग गए। बदमाशों ने एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे को तोड़ दिया, हालांकि पुलिस सीसीटीवी तोड़ने से पहले फुटेज की सीडीआर जुटाने में लगी है। पुलिस संदिग्ध स्कॉर्पियो कार और गार्ड द्वारा बताए गए हुलिए के आधार पर जिलेभर में बदमाशों की तलाश कर रही है। वारदात के बाद सीओ रामप्रताप विश्नोई ने भी मौका मुआयना किया। बिरलोका गांव में हुई वारदात में सीसीटीवी फुटेज मिलने की संभावना कम नजर आ रही है। बैंक प्रशासन इस बात की भी जांच कर रहा है कि वारदात के वक्त एटीएम में कितनी नकदी रखी थी।

पहले भी उखाड़ा था यह एटीएम, 31 लाख की हुई थी चोरी
खींवसर के बिरलोका गांव का यह एटीएम 23 सितंबर 2023 को उखाड़ा गया था। तब इसमें 31 लाख 76 हजार रुपए थे। इसके बाद इसी गिरोह ने नागौर के जोधियासी गांव में भी एटीएम उखाड़ने (24 लाख 26100 रुपए) की वारदात को अंजाम दिया था। दोनों एटीएम को मिलाकर 56 लाख की लूट हुई थी। तीसरी वारदात इसी गिरोह ने चूरू में की थी। चूरू पुलिस ने गिरोह के एक आरोपी नरेश उर्फ दिनेश कुमार को गिरफ्तार किया था। नरेश अलवर के बाजौली थाना क्षेत्र के रैणी गांव का रहने वाला है। मार्च 2024 में नागौर की श्रीबालाजी थाना पुलिस नरेश कुमार को राजगढ़ (चूरू) जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर नागौर ले आई थी। तब नरेश ने गिरोह के तरीकों का खुलासा किया था। नरेश ने बताया था- बिरलोका, जोधियासी और चूरू में एक के बाद एक 3 एटीएम उखाड़ने की वारदातें इसी गिरोह ने की थीं। गिरोह में 6 अपराधी थे। सभी अपराधी पढ़े-लिखे हैं, योजनाबद्ध तरीके से वारदात को अंजाम देते हैं। ये सभी अलवर, सीकर और नीमकाथाना के हैं।

वारदात में चोरी की कारों का इस्तेमाल करते हैं। वारदात से पहले ये रात 12 से 2 बजे के बीच रेकी करते हैं। इसके बाद 2 लोग बाहर रहते हैं। दो एटीएम में घुसते हैं। मशीन और कैमरों पर स्प्रे करने के बाद वे मशीन को चेन से बांध देते हैं और कार समेत बाहर खींचकर उखाड़ लेते हैं। वारदात के समय वे मोबाइल फोन नहीं ले जाते। वापसी के लिए वे कच्चे रास्ते चुनते हैं, जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं होते। वारदात में सफल होने के बाद सभी लोग चोरी की रकम आपस में बांट लेते हैं।

© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.