छोटे बच्चों को हेल्दी और संतुलित आहार खिलाना किसी चुनौती से कम नहीं। कभी वे खाने से इनकार कर देते हैं, तो कभी उनकी पसंद बार-बार बदलती रहती है। माता-पिता के लिए यह चिंता का विषय बन जाता है कि उनका बच्चा पर्याप्त पोषण नहीं ले रहा। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं! अगर आप सही रणनीति अपनाएं, तो बच्चे को हेल्दी खाने की आदत आसानी से डलवाई जा सकती है।
आइए जानते हैं कुछ आसान और प्रभावी तरीके, जो न सिर्फ बच्चे के खाने की आदतों में सुधार लाएंगे, बल्कि उसे सही पोषण भी देंगे।
1. रंग-बिरंगे खाने से बच्चे को आकर्षित करें
बच्चों की दुनिया रंगों से भरी होती है, तो क्यों न उनके खाने को भी रंगीन बनाया जाए? अक्सर बच्चे खाने की शक्ल देखकर ही उसे खाने से इनकार कर देते हैं।
क्या करें? हफ्ते के हर दिन अलग-अलग रंग के फलों और सब्जियों को भोजन में शामिल करें।
भोजन की थाली को आकर्षक बनाने के लिए मजेदार शेप की रोटियां, सैंडविच और सलाद बनाएं।
बच्चों को रंगों के नाम बताकर उनकी रुचि खाने में बढ़ाएं।
2. बच्चे की पसंदीदा डिश को हेल्दी बनाएं
अगर आपका बच्चा फास्ट फूड या जंक फूड ज्यादा पसंद करता है, तो उसकी मनपसंद डिश को हेल्दी तरीके से तैयार करें।
क्या करें? अगर बच्चा बर्गर या पिज्जा पसंद करता है, तो उसमें सब्जियों की पैटी या होममेड बेस का इस्तेमाल करें।
मैगी या पास्ता में सब्जियां मिलाकर उसे पोषणयुक्त बनाएं।
घर पर ही फ्रूट योगर्ट, होममेड फ्रूट स्मूदी जैसी हेल्दी चीजें तैयार करें।
3. परिवार के साथ बैठकर खाने की आदत डालें
बच्चे अकसर वही खाना पसंद करते हैं, जो उन्हें अपने परिवार के सदस्यों की प्लेट में दिखता है। जब सभी एक साथ बैठकर खाते हैं, तो बच्चे की रुचि भी खाने में बढ़ती है।
क्या करें? सुनिश्चित करें कि बच्चा पूरे परिवार के साथ डाइनिंग टेबल पर बैठे और वही खाना खाए, जो सब खा रहे हैं।
जबरदस्ती अलग खाना न परोसें, बल्कि सामान्य भोजन को ही आकर्षक बनाकर परोसें।
परिवार के सदस्यों के बीच बातचीत करते हुए खाने को आनंददायक बनाएं।
4. बच्चे को खुद से खाने की आदत डालें
अक्सर माता-पिता सोचते हैं कि बच्चा खुद से खाना खाएगा, तो कपड़े गंदे करेगा या सही से नहीं खा पाएगा। लेकिन उसे स्वतंत्र रूप से खाने देने से उसकी रुचि खाने में बढ़ती है।
क्या करें? 15 महीने की उम्र के बाद बच्चे को खुद से खाने की आदत डालें।
शुरुआत में सूखी चीजें (जैसे गाजर, पापड़) और फिर चम्मच से गाढ़े भोजन को खाने दें।
बच्चे पर ज्यादा दबाव न डालें, बल्कि उसे धीरे-धीरे आत्मनिर्भर बनने दें।
5. अनुशासन बनाएं, खाने का सही समय तय करें
अगर आप बच्चे के पीछे-पीछे दौड़कर उसे खाना खिला रही हैं, तो यह आदत जल्द से जल्द बदलनी होगी।
क्या करें? खाने की नियमित समय सारिणी बनाएं और सुनिश्चित करें कि बच्चा उसी समय खाए।
टीवी या मोबाइल देखते हुए खाने से बचाएं, क्योंकि इससे बच्चा बिना ध्यान दिए अधिक या कम खा सकता है।
स्नैक्स और भोजन के बीच कम से कम 3-4 घंटे का अंतर रखें, ताकि बच्चा समय पर भूख महसूस करे।
6. बच्चे को नए स्वाद और विविधता से परिचित कराएं
अगर बच्चे को हर दिन एक जैसा भोजन दिया जाए, तो वह जल्दी ऊब सकता है। इसलिए भोजन में विविधता जरूरी है।
क्या करें? अलग-अलग फूड ग्रुप्स से भोजन तैयार करें, ताकि बच्चा हर तरह के पोषक तत्व प्राप्त कर सके।
बच्चों को मौसमी फलों और सब्जियों के फायदे बताएं और उन्हें खाने के लिए प्रेरित करें।
खाने की बनावट (Texture) को बदलकर सूखा, गीला, कुरकुरा या मुलायम बनाने की कोशिश करें।
7. जबरदस्ती न करें, बल्कि बच्चे को खुद से खाने के लिए प्रेरित करें
अगर बच्चा खाने से इनकार कर रहा है, तो उसे जबरदस्ती खिलाने की बजाय उसकी भूख के अनुसार खाने दें।
क्या करें? बच्चे के भोजन में स्वाद और पसंद को ध्यान में रखें।
सुनिश्चित करें कि भोजन के बीच कोई अत्यधिक स्नैक्स न हो, जिससे मुख्य भोजन के समय उसकी भूख बनी रहे।
फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ावा दें, ताकि बच्चे को स्वाभाविक रूप से भूख लगे।
8. खाने की अच्छी आदतें मजेदार तरीके से सिखाएं
अगर बच्चे को हेल्दी फूड में रुचि नहीं है, तो खेल और कहानियों के जरिए उसे खाने के प्रति जागरूक करें।
क्या करें? कार्टून और कहानियों के माध्यम से हेल्दी ईटिंग का महत्व समझाएं।
फोटो बुक्स और एनिमेटेड वीडियोज की मदद से बच्चे की रुचि बढ़ाएं।
खरीदारी के दौरान बच्चे को सही और गलत भोजन के अंतर के बारे में बताएं।
9. दूध का संतुलन बनाए रखें
कई माता-पिता बच्चों को जरूरत से ज्यादा दूध पिलाते हैं, जिससे उनकी भूख कम हो जाती है और वे ठोस भोजन नहीं खाते।
क्या करें? दिन में केवल 2 बार दूध दें—सुबह और रात को।
दूध के साथ ड्राई फ्रूट्स या फलों का मिश्रण करें, ताकि पोषण और स्वाद दोनों बना रहे।
दूध पीने की बजाय साबुत अनाज, फल और दालों पर ध्यान दें, जिससे संपूर्ण पोषण मिल सके।
10. जंक फूड से बचाएं, हेल्दी स्नैक्स दें
ज्यादातर बच्चे जूस, चॉकलेट, नूडल्स और पैकेज्ड फूड पसंद करते हैं, लेकिन ये उनकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
क्या करें? पैकेज्ड फूड की जगह घर का बना हेल्दी स्नैक्स (जैसे मखाने, भुने चने, फ्रूट सलाद) दें।
रात के खाने के बाद आइसक्रीम और चॉकलेट न दें, क्योंकि यह उनकी नींद और पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है।
नाश्ते में प्रोसेस्ड फूड देने से बचें, क्योंकि यह मानसिक और शारीरिक विकास पर असर डाल सकता है।