9 फरवरी को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में जवानों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया। हालांकि इस मुठभेड़ में दो जवान भी शहीद हो गए। यह वर्ष 2025 का सबसे बड़ा मैच था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2026 तक नक्सलियों को खत्म करने का लक्ष्य रखा है। यही वजह है कि छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबल तेजी से नक्सलियों का खात्मा करने में जुटे हैं।
इस साल जवानों ने अलग-अलग मुठभेड़ों में 87 नक्सलियों को मार गिराया है। पिछले वर्ष यह आंकड़ा 239 था। आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा था कि नक्सली आत्मसमर्पण कर दें और मुख्यधारा में लौट आएं।
यदि वह ऐसा नहीं करेगा तो उसे रसातल में भी ढूंढ़कर मार दिया जाएगा। नक्सलियों के खात्मे के लिए केंद्र सरकार ने बस्तर में चार हजार अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए हैं। वर्ष 2024 में जवानों ने 1033 नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जबकि 925 लोगों ने आत्मसमर्पण किया।
इस वर्ष ये यात्राएं कब हुईं?
3 जनवरी को गरियाबंद में तीन नक्सली मारे गए।
2 जनवरी को बीजापुर में 5 नक्सली मारे गए।
5 जनवरी को अबूझमाड़ में 5 नक्सली मारे गए।
16 जनवरी को बीजापुर-सुकमा में 18 नक्सली मारे गए।
20 जनवरी को गरियाबंद में 16 नक्सली मारे गये।
1 फरवरी को बीजापुर के कोरचोली में 8 नक्सली मारे गए।
2 फरवरी को कांकेर के पानीडोबीर में एक नक्सली मारा गया।
9 फरवरी को बीजापुर में 31 नक्सली मारे गए।
2024 के बड़े मैच
4 अक्टूबर को दंतेवाड़ा के थुलथुली में 38 नक्सली मारे गए।
16 अप्रैल को कांकेर के छोटेबेठिया में 29 नक्सली मारे गए।
2 अप्रैल को बीजापुर के कोराचोली में 13 नक्सली मारे गए।
10 मई को बीजापुर के पीडिया में 12 नक्सली मारे गए।
30 अप्रैल को नारायणपुर के टेकामेटा में 10 नक्सली मारे गए थे।
22 अप्रैल को सुकमा के भिज्जी में 10 नक्सली मारे गए।
30 सितंबर को दंतेवाड़ा के पुरंगेल में 9 नक्सली मारे गए।
9.24 करोड़ रुपये का इनामी नक्सली मारा गया
कृपया ध्यान दें कि वर्ष 2024 में 9.24 करोड़ रुपये के इनामी नक्सली मारे गए। पिछले वर्ष सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच करीब 124 झड़पें हुईं। अलग-अलग मुठभेड़ों में बल ने 9 करोड़ 24 लाख रुपये के इनामी बड़े नक्सलियों को मार गिराया। मारे गए नक्सलियों में रूपेश, नीति और रणधीर शामिल हैं, जिन पर 25 लाख रुपये का इनाम था।
नक्सली अब अपनी उपस्थिति स्थापित नहीं कर सकेंगे
नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों के लगातार अभियान के चलते अब छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमा पर अबूझमाड़ में भी नक्सली सक्रिय हो रहे हैं। हालांकि, कुछ बड़े नक्सली नेता गरियाबंद और ओडिशा सीमा पर नए ठिकाने बना रहे हैं।
इसी तरह वे अन्य राज्यों की सीमाओं पर भी शरण लेने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सुरक्षा बलों की सतर्कता के कारण नक्सलियों को उनके ठिकाने बनाने से पहले ही मार गिराया जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ 2026 तक नक्सल मुक्त हो जाएगा।