सोते समय हाथ और पैरों का सुन्न होना (Numbness) एक आम समस्या है, जिससे कई लोग परेशान रहते हैं। अक्सर इसे नजरअंदाज कर दिया जाता है, लेकिन अगर यह समस्या बार-बार हो रही है तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। जब हाथ-पैर सुन्न हो जाते हैं, तो झुनझुनी (Tingling), जलन या चुभन जैसा एहसास होता है, जिससे नींद खराब हो जाती है और शरीर को सही आराम नहीं मिल पाता है।
आइए जानते हैं कि सोते समय हाथ-पैर सुन्न होने के प्रमुख कारण और उनसे बचाव के उपाय क्या हैं।
⚠️ हाथ-पैर सुन्न होने के प्रमुख कारण:
गलत पोजिशन में सोना:
लंबे समय तक एक ही पोजिशन में सोने से नसों और ब्लड सर्कुलेशन पर दबाव पड़ता है।
जैसे अगर आप सिर के नीचे हाथ रखकर सोते हैं तो वहां ब्लड फ्लो रुक सकता है, जिससे हाथ सुन्न हो सकते हैं।
बचाव: करवट बदलते रहें और आरामदायक तकिया या गद्दे का इस्तेमाल करें।
खराब ब्लड सर्कुलेशन (Poor Blood Flow):
शरीर के किसी हिस्से में पर्याप्त ब्लड न पहुंच पाने से वह हिस्सा सुन्न हो सकता है।
कारण:
लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठना
ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, या हार्ट संबंधित समस्याएं
बचाव: रोजाना हल्की एक्सरसाइज करें और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाए रखें।
विटामिन और मिनरल्स की कमी:
शरीर में विटामिन B12, B6, और मैग्नीशियम की कमी से नर्वस सिस्टम कमजोर हो सकता है।
इससे हाथ-पैरों में झुनझुनी और सुन्नता की समस्या बढ़ जाती है।
बचाव: हरी सब्जियां, नट्स, डेयरी प्रोडक्ट्स, अंडे और विटामिन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
नर्व डैमेज (Nerve Damage):
नर्व्स पर दबाव या डैमेज (जैसे कार्पल टनल सिंड्रोम, साइएटिका) भी सुन्नता का कारण हो सकता है।
लक्षण: हाथों या पैरों में लगातार सुन्नता, कमजोरी या जलन।
बचाव: यदि समस्या बनी रहती है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
डायबिटिक न्यूरोपैथी:
लंबे समय तक अनियंत्रित ब्लड शुगर लेवल से नसें प्रभावित होती हैं।
डायबिटीज के मरीजों में अक्सर यह समस्या देखी जाती है।
बचाव: ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखें और नियमित जांच कराते रहें।
✅ सुन्नता से बचाव के उपाय:
सोने की सही मुद्रा अपनाएं:
हाथों को सिर के नीचे न रखें और करवट बदलते रहें।
गर्दन और पीठ के लिए सपोर्टिव तकिए का इस्तेमाल करें।
हेल्दी डाइट लें:
विटामिन B12, मैग्नीशियम और आयरन युक्त आहार लें।
हाइड्रेटेड रहें और पर्याप्त पानी पिएं।
एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग करें:
दिनभर के तनाव को दूर करने के लिए हल्की स्ट्रेचिंग करें।
योगासन जैसे ताड़ासन, भुजंगासन और त्रिकोणासन मददगार हो सकते हैं।
डॉक्टर से सलाह लें:
यदि सुन्नता के साथ कमजोरी, बोलने में दिक्कत, सांस लेने में परेशानी हो तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें।
ब्लड शुगर, विटामिन डेफिशिएंसी और नर्व फंक्शन टेस्ट करवाएं।
🚩 कब डॉक्टर के पास जाएं? (When to See a Doctor):
लगातार बढ़ती सुन्नता और झुनझुनी
पेशाब या शौच में कंट्रोल की कमी
तेज सिरदर्द, चक्कर या धुंधली दृष्टि
अचानक शरीर के एक हिस्से में कमजोरी या लकवा जैसे लक्षण
🗣️ अंत में:
रात में हाथ-पैर सुन्न होना आम हो सकता है, लेकिन अगर ये बार-बार हो रहा है तो इसे नजरअंदाज न करें। जीवनशैली में छोटे बदलाव और समय पर चिकित्सा सलाह से आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
यह भी पढ़ें: