टोंक न्यूज़ डेस्क - देवली-उनियारा में उपचुनाव की वोटिंग के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना द्वारा एसडीएम को थप्पड़ मारने के विवाद को लेकर एक बार फिर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने टोंक जेल में बंद नरेश मीना से मिलने का प्रयास किया, लेकिन जेल प्रशासन ने उन्हें मिलने नहीं दिया। इसके बाद गुढ़ा ने सरकार और प्रशासन पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि क्या नरेश मीना आतंकवादी है कि उसे मुझसे मिलने नहीं दिया जा रहा है?
नरेश मीना 3 महीने से जेल में है
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि नरेश मीना पूर्वी राजस्थान के युवाओं के नेता हैं, लेकिन सरकार ने उन्हें तीन महीने से जेल में रखा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की तानाशाही और अहंकार अब साफ दिखाई दे रहा है। गुढ़ा ने कहा कि मैंने जेल प्रशासन और पुलिस से बातचीत के बाद ही झुंझुनूं से टोंक आने का फैसला किया था। लेकिन अब नियमों का हवाला देकर मुझे नरेश मीना से मिलने नहीं दिया जा रहा। यह पूरी तरह से अन्याय है।
डबल इंजन सरकार अहंकारी हो गई है- गुढ़ा
पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार अहंकारी हो गई है। यह सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। नरेश मीना पर गलत तरीके से धाराएं लगाई गई ताकि उसे जेल में रखा जा सके। लेकिन हम चुप नहीं बैठेंगे। नरेश को न्याय दिलाने के लिए हम उनियारा से जयपुर विधानसभा तक पैदल मार्च करेंगे। आपको बता दें कि नरेश मीना से मुलाकात न हो पाने के बाद राजेंद्र गुढ़ा ने ऐलान किया कि वह उनियारा से जयपुर तक पैदल मार्च निकालेंगे और नरेश मीना को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन तेज करेंगे। उनके इस बयान ने राजस्थान की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है।
भजनलाल सरकार पर भी कसा तंज
राजेंद्र गुढ़ा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अशोक गहलोत तीन बार मुख्यमंत्री रहे, जनता ने उनका भी हाल कर दिया। वसुंधरा राजे दो बार सीएम बनीं, जनता ने उन्हें भी हटा दिया। भजनलाल जी मूर्ख हैं, वे फिसलकर मुख्यमंत्री बन गए, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए।
लाल डायरी पर फिर दिया बयान
राजेंद्र गुढ़ा ने गहलोत सरकार के दौरान चर्चा में रही लाल डायरी का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने वह डायरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को सौंपी थी। अब वे कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं? इसका मतलब है कि इसमें सभी शामिल हैं।