गट हेल्थ (पाचन तंत्र) को मजबूत करने के लिए कांजी इन दिनों काफी पॉपुलर हो रही है। खासतौर पर गाजर और चुकंदर की कांजी सोशल मीडिया पर खूब ट्रेंड कर रही है। इसे प्रोबायोटिक ड्रिंक माना जाता है, जो पाचन में सुधार करता है और शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है।
लेकिन क्या कांजी पीना हमेशा फायदेमंद होता है? आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर इसे गलत तरीके से पिया जाए, तो यह शरीर के लिए हानिकारक भी हो सकती है। अगर आप कांजी पीने का सही समय और तरीका नहीं जानते, तो यह जुकाम, हाई बीपी और पेट से जुड़ी दिक्कतें बढ़ा सकती है। तो आइए जानते हैं कि कब और कैसे कांजी पीना नुकसानदायक हो सकता है।
1. शाम को कांजी पीना सेहत के लिए नुकसानदायकअगर आप कांजी पीना चाहते हैं, तो इसे हमेशा दिन के समय, जब धूप अच्छी हो, तभी पिएं।
क्यों? बेहतर होगा कि आप इसे सुबह या दोपहर में धूप के समय ही पिएं।
कई लोग हेल्दी सोचकर एक बार में पूरा गिलास भरकर कांजी पी लेते हैं, लेकिन यह गलत है।
क्यों? इसे दवा की तरह थोड़ी मात्रा में ही सेवन करें, तभी यह फायदा करेगी।
अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर (Hypertension) की समस्या है, तो कांजी पीने से पहले थोड़ा ध्यान दें।
क्यों? अगर आप हाई बीपी के मरीज हैं, तो कांजी पीने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
अगर आपको पेट में अल्सर, एसिडिटी, हार्टबर्न या गैस्ट्राइटिस की समस्या है, तो कांजी पीने से बचना चाहिए।
क्यों?