घर में पेड़-पौधे लगाना केवल सजावट के लिए ही नहीं, बल्कि आपके घर की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। जानते हैं कुछ ऐसे पौधों के बारे में, जो बीमारियों के इस दौर में आपके घर की आबोहवा सुधारने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। जब घर में पेड़-पौधे लगाने की बात हो तो पहले बागवानी के एक्सपर्ट बनने की चिंता में न पड़ जाएं। रख-रखाव में कुछ बेहद आसान पौधों को चुनकर भी आप अपने घर को हरा-भरा बना सकते हैं।
बैंगनी रंग का यह पौधा आपके तनाव को खत्म करता है। जो लोग सिर्फ वीकेंड में ही पेड़-पौधों पर ध्यान दे पाते हैं, उनके लिए यह एकदम काम का पौधा है। इसे बहुत ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं पड़ती। बस इस बात का ध्यान रखें कि इस पर सूरज की सीधी रोशनी न पड़े।
पीस लिली-
ये पौधे हवा साफ करने का काम करते हैं। आसपास की अमोनिया, बेंजीन, फार्मलडिहाइड, ट्राईक्लोरोथीलिन जैसी खतरनाक गैसों को सोख लेते हैं। हॉर्टिकल्चरिस्ट सारा रॉड्रिग्स का कहना है, ‘इनकी गंध खूब तेज होती है और इनके पराग कण हवा में उड़ते हैं। ऐसे में जिन्हें पराग कणों से एलर्जी है, उनके लिए ये सही नहीं हैं।’
यूकेलिप्टस-
बहुत से लोग यह बात नहीं जानते हैं कि यूकेलिप्टस को हाउस प्लांट के रूप में भी लगाया जा सकता है। अगर आप इसे घर में लगा सकें, तो एक अच्छी चीज होगी। सारा रॉड्रिग्स कहती हैं, ‘इस पौधे को सेहत से जुड़े फायदों की वजह से पुराने समय से ही इस्तेमाल किया जा रहा है। इसकी पत्तियों में प्रचुर मात्रा में टैनिन होता है, जो शरीर के वायु मार्गों की सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसकी सुगंध से जकड़न आदि की समस्या में भी राहत मिलती है।’
इंग्लिश आईवी-
अगर यह पौधा आपके घर में है, तो आपका घर एलर्जी पैदा करने वाली फफूंद से पूरी तरह मुक्त मानिए। अध्ययन कहते हैं कि घर में इसके होने से घर की हवा 94 फीसदी फफूंद मुक्त हो जाती है और आपको बार-बार होने वाली एलर्जी से भी मुक्ति मिल जाती है। इसे आप बेडरूम में रख सकते हैं।
रोजमेरी-
यह बूटी प्राचीन काल से ही दवाई के तौर पर इस्तेमाल की जाती रही है। इसमें एकाग्रता और याददाश्त बढ़ाने वाले गुण होते हैं। यूके की नॉर्थंब्रिया यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन के अनुसार जिन लोगों ने रोजमेरी के तेल की सुगंध ली, उन्होंने एक टेस्ट में प्रश्नोत्तर में बेहतर प्रदर्शन किया। इस पौधे में 1, 8 सीनेओल तत्व की मौजूदगी के कारण इसे याददाश्त बढ़ाने वाला भी माना
जाता है।
एलोवेरा-
एलोवेरा के सेहत से जुड़े फायदों के बारे में तो हम सब जानते ही हैं। यह प्राचीन काल से त्वचा की समस्याओं में राहत के लिए इस्तेमाल होता रहा है। इसी लोकप्रियता के चलते यह क्रीम, शैंपू, लोशन वगैरह में इस्तेमाल होता है। इन दिनों इसकी पत्तियों में पाए जाने वाले जैल को सोराइसिस से लेकर जली त्वचा, सनबर्न वगैरह के उपचार में इस्तेमाल किया जाता है। जनरल फिजिशियन डॉ. तनुज गर्ग कहते हैं, ‘इसे लगाने से पहले किसी चिकित्सक की राय जरूर ले लेनी चाहिए, क्योंकि कुछ को इससे एलर्जी भी हो सकती है।’
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.