स्कूल जाते वक्त 10वीं की छात्रा की दिल का दौरा पड़ने से मौत, बच्चों में दिखे ये लक्षण तो तुरंत कराएं चेकअप
Rajasthankhabre Hindi February 24, 2025 01:42 AM

तेलंगाना के कामारेड्डी जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। 20 फरवरी, 2025 को सुबह एक 10वीं क्लास की छात्रा, श्री निधि, स्कूल जाते वक्त दिल का दौरा पड़ने से मृत हो गई। यह घटना स्कूल के पास ही घटी, जब छात्रा को अचानक सीने में तेज दर्द हुआ और वह गिर पड़ी। श्री निधि 16 साल की थीं और रामरेड्डी मंडल के सिंगरायपल्ली गांव की निवासी थीं। वह पढ़ाई के लिए कामारेड्डी में एक निजी स्कूल में रहती थीं।

सीपीआर के बावजूद नहीं बच पाई छात्रा की जान

स्कूल के एक शिक्षक ने तुरंत उसे देखा और उसे नजदीकी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे सीपीआर (CPR) और अन्य प्राथमिक उपचार दिए। हालांकि, जब वह बेहोश रही, तो उसे दूसरे अस्पताल में रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

हर कोई हैरान

श्री निधि की मौत से स्कूल के शिक्षक और छात्र शोक संतप्त हैं। कई छात्रों ने इस बात पर हैरानी जताई कि एक कम उम्र की लड़की को दिल का दौरा कैसे पड़ सकता है। उसका पार्थिव शरीर उसके घर भेज दिया गया।

अलीगढ़ में भी हुआ था ऐसा ही मामला

यह घटना अलीगढ़ के सिरौली गांव के मोहित चौधरी नामक छात्र की मौत के कुछ महीने बाद हुई है, जो 14 साल की उम्र में स्कूल के खेल-कूद की तैयारी करते वक्त दिल का दौरा पड़ने से मृत हो गया था। इससे पहले, अलीगढ़ के एक और बच्चे, 8 साल की दीक्षा, की भी खेलते वक्त दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी।

कार्डियक अरेस्ट के मामले बढ़े

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एम रब्बानी ने हाल ही में कार्डियक अरेस्ट पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था, "अगर किसी स्वस्थ व्यक्ति की एक घंटे के भीतर मौत हो जाती है, तो इसे अचानक कार्डियक अरेस्ट कहा जाता है। पिछले 2 सालों में कार्डियक अरेस्ट के मामलों में 22% का इजाफा हुआ है। अगर बच्चों को सांस लेने में परेशानी और सीने में दर्द हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।"

बच्चों में दिल की समस्या के लक्षण

आजकल छोटे बच्चे और टीनएजर्स भी दिल की बीमारियों से प्रभावित हो रहे हैं। यह मुख्य रूप से अस्वस्थ जीवनशैली और खराब खानपान के कारण हो सकता है। इन बीमारियों के लक्षण धीरे-धीरे सामने आते हैं, जिन्हें पहचानना बहुत जरूरी है। बच्चों में दिल की बीमारी के कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:

  • जल्दी थकान महसूस होना: बच्चे खेलते वक्त या सामान्य शारीरिक गतिविधियों के दौरान जल्दी थक जाते हैं।
  • सांस का फूलना: हल्की शारीरिक गतिविधि के बाद बच्चे की सांस फूलने लगती है।
  • होंठ, नाखून या त्वचा का नीला पड़ना: शरीर में ऑक्सीजन की कमी के कारण बच्चे के होंठ, नाखून या त्वचा का रंग नीला पड़ सकता है।
  • सीने में दर्द या भारीपन: शारीरिक गतिविधियों के दौरान बच्चों को सीने में दर्द या दबाव का अनुभव हो सकता है।
  • असामान्य दिल की धड़कन: दिल की धड़कन बहुत तेज, धीमी या अनियमित हो सकती है।
  • बेहोशी या चक्कर आना: अगर बच्चा अचानक बेहोश हो जाए या सिर चकराए तो यह दिल की समस्या का संकेत हो सकता है।
  • अस्वीकरण: यह जानकारी केवल जागरूकता के उद्देश्य से दी गई है। इस खबर में दिए गए उपचार घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारी पर आधारित हैं। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।

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