क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। मिशेल स्टार्क, पैट कमिंस और जोश हेजलवुड की अनुपस्थिति में भी ऑस्ट्रेलिया ने चैंपियंस ट्रॉफी में जीत का बिगुल बजा दिया है। चैंपियंस ट्रॉफी में कंगारू टीम ने इंग्लिश टीम के रिकॉर्ड तोड़ लक्ष्य का एकतरफा पीछा करते हुए कुछ ही घंटों में नया इतिहास रच दिया। जोश इंग्लिस 5 विकेट की जीत के हीरो साबित हुए। उन्होंने मैच विजयी शतक बनाकर इंग्लैंड को जीत का रास्ता दिखाया। इंग्लैंड को हराकर ऑस्ट्रेलिया ने सबसे बड़े स्कोर और सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करने का नया इतिहास रच दिया है।
2013 के बाद से जीत का सूखा पड़ा था।
2013 से 2017 के बीच ऑस्ट्रेलिया जैसी नंबर-1 टीम एक भी चैंपियंस ट्रॉफी नहीं जीत पाई। लेकिन इस बार कंगारू टीम ने टीम के स्टार खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में भी इतिहास रच दिया है। इंग्लैंड के खिलाफ पहले ही मैच में कंगारू टीम के बल्लेबाज जोश इंग्लिस ने जीत की कहानी लिख दी। अंग्रेजी टीम के लिए समस्या समाधानकर्ता साबित हुई। बेन डकेट के 165 रन की शानदार 120 रन की पारी भी फीकी नजर आई।
इंग्लैंड की उम्मीदें धराशायी
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। सलामी बल्लेबाज बेन डकेट ने चैंपियंस ट्रॉफी में इंग्लैंड के लिए सबसे बड़ी पारी खेली। उन्होंने 17 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 165 रन बनाए। वहीं जो रूट ने भी 68 रनों की शानदार पारी खेली। इस पारी के आधार पर टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी का सर्वोच्च स्कोर स्कोरबोर्ड पर लगाया। ऑस्ट्रेलिया ने 352 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था जो इंग्लैंड की जीत का प्रमाण लग रहा था। लेकिन जोश इंग्लिस को इंग्लैंड की योजना बिगाड़ने में ज्यादा समय नहीं लगा।
ऑस्ट्रेलिया 5 विकेट से जीता
विशाल लक्ष्य के दबाव में ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। टीम ने मात्र 27 रन पर अपने दो महत्वपूर्ण बल्लेबाज खो दिए, जिनमें स्टीव स्मिथ और ट्रैविस हेड के विकेट शामिल थे। लेकिन मैथ्यू शॉर्ट की 63 रन की पारी कंगारू टीम के काम आई। इसके बाद जोश इंग्लिस ने बल्लेबाजी की कमान संभाली। लाबुशेन ने 47 और एलेक्स कैरी ने 69 रन बनाकर इंग्लैंड को जीत दिलाई और ऑस्ट्रेलिया ने कई वर्षों के बाद चैंपियंस ट्रॉफी में जीत का स्वाद चखा।
इंग्लैंड का महान रिकॉर्ड कुछ ही घंटों में टूट गया
इंग्लैंड की टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी में सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड बनाकर न्यूजीलैंड से ताज छीन लिया। लेकिन यह रिकॉर्ड कुछ ही समय तक कायम रहा और ऑस्ट्रेलिया ने 356 रन बनाकर नया इतिहास रच दिया। अब न्यूजीलैंड, भारत और पाकिस्तान जैसी टीमें रिकॉर्ड बुक में काफी नीचे खिसक गई हैं।