आजकल लड़कियों में 10 से 11 साल की उम्र में ही मासिक धर्म शुरू हो जाता है। इस लेख में हम जानेंगे कि समय से पहले यौवन क्यों हो रहा है और इसके पीछे क्या कारण हैं।
हाल के वर्षों में देखा गया है कि कुछ लड़कियों में बहुत कम उम्र में ही यौवन आ जाता है। पहले जहां यौवन यानी पीरियड्स औसतन 12-13 साल की उम्र में शुरू हो जाते थे, वहीं अब कई लड़कियों में यह 9 या 10 साल की उम्र में ही आ जाता है। हर कोई जानना चाहता है कि यह बदलाव क्यों हो रहा है। इस बारे में हमने एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से बात की। गुड़गांव के सेक्टर 14 स्थित क्लाउडनाइन ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स की प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की निदेशक डॉ. चेतना जैन इस बारे में विस्तार से जानकारी दे रही हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, आधुनिक आहार में प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, अस्वास्थ्यकर वसा और शर्करा की मात्रा अधिक होती है, जो बच्चों में मोटापे का कारण बन रही है। वसा ऊतक हार्मोन उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, विशेष रूप से एस्ट्रोजन, जो यौवन की शुरुआत के लिए जिम्मेदार है। अधिक वजन वाली लड़कियों में यौवन जल्दी शुरू होने की संभावना अधिक होती है।
विशेषज्ञ पर्यावरणीय और रासायनिक प्रभावों जैसे कि बिसफेनॉल ए बीपीए, फथलेट्स और कीटनाशकों को भी दोषी मानते हैं, जो हार्मोन के कार्य में बाधा उत्पन्न कर सकते हैं, जिससे समय से पहले यौवन आने की संभावना बढ़ जाती है।
भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक तनाव भी यौवन की शुरुआत को प्रभावित कर सकता है। जो लड़कियाँ उच्च स्तर के तनाव, पारिवारिक संघर्ष या पिता की अनुपस्थिति का अनुभव करती हैं, उनमें यौवन की शुरुआत जल्दी हो सकती है।
आज के डिजिटल युग में, बच्चे हर समय अपने फोन से चिपके रहते हैं। पहले की तुलना में कम शारीरिक गतिविधि के कारण जीवन गतिहीन होता जा रहा है, जो वजन बढ़ने और हार्मोनल असंतुलन में योगदान दे सकता है। अत्यधिक स्क्रीन समय मेलाटोनिन उत्पादन में बाधा उत्पन्न कर सकता है, जो यौवन को विनियमित करने में मदद करता है।